नई दिल्ली, 21 अगस्त 2025
ओडिशा तट पर चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज से मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का सफल परीक्षण किया गया। अधिकारियों ने बताया कि सामरिक बल कमान के नेतृत्व में किए गए इस परीक्षण में मिसाइल के सभी लक्ष्यों और तकनीकी सीमाओं की पुष्टि की गई।
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित अग्नि-5 एक परमाणु-सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल है जिसकी मारक क्षमता 5,000 किलोमीटर से अधिक है। यह अग्नि श्रृंखला की सबसे उन्नत मिसाइल है।
लक्ष्य तक पहुँचने के लिए मल्टीपल इंडिपेंडेंट री-एंट्री व्हीकल (MIRV) तकनीक से लैस, अग्नि-5 कई परमाणु हथियार ले जा सकती है। इनमें से प्रत्येक एक अलग लक्ष्य पर भी प्रहार कर सकता है। इस प्रकार, इसकी सामरिक प्रभावशीलता बहुत बढ़ जाती है।
सटीकता के लिए, यह मिसाइल रिंग लेज़र जाइरोस्कोप-आधारित नेविगेशन सिस्टम (RLG-INS) और माइक्रो नेविगेशन सिस्टम (MINGS) का उपयोग करती है, जिसे भारत के NavIC और अमेरिकी GPS जैसे उपग्रह नेविगेशन सिस्टम द्वारा समर्थित किया जाता है। इस परीक्षण की सफलता देश की सामरिक रक्षा क्षमताओं को एक महत्वपूर्ण बढ़ावा देती है।