लखनऊ, 7 सितंबर 2025:
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती लंबे समय बाद एक बार फिर शक्ति प्रदर्शन की तैयारी में हैं। इस क्रम में बसपा संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि के अवसर पर 9 अक्टूबर को लखनऊ स्थित मान्यवर कांशीराम स्मारक स्थल पर एक भव्य आयोजन किया जाएगा। पार्टी ने इस कार्यक्रम में तीन लाख से अधिक भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा है।
लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में रविवार को मायावती ने एक समीक्षा बैठक की, जिसमें कांशीराम की पुण्यतिथि पर होने वाले आयोजन की रणनीति के साथ अन्य राजनीतिक मुद्दों पर भी चर्चा हुई। बसपा नेताओं का दावा है कि यह रैली ऐतिहासिक होगी और प्रदेश से बहुजन समाज की ऐसी भीड़ उमड़ेगी जो अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ देगी।
आयोजन की तैयारी को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने वर्तमान में चल रहे सभी सांगठनिक कार्यों को रोक दिया है। पुण्यतिथि के बाद ही चुनावी अभियान को गति दी जाएगी। मायावती ने बैठक में कहा कि विपक्षी दल बसपा को कमजोर करने की साजिश रच रहे हैं, इसलिए कार्यकर्ता सतर्क रहें।
बैठक में यूपी संगठन की मजबूती, कमेटी गठन और सर्वसमाज में जनाधार बढ़ाने की रणनीति पर चर्चा हुई। इसके साथ ही देश के ताजा हालात, धार्मिक स्थलों और महापुरुषों के अपमान की घटनाओं पर चिंता जताई गई।
मायावती ने अमेरिका के ‘ट्रंप टैरिफ’ से उत्पन्न आर्थिक चुनौतियों पर केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए सुधारवादी नीतियां अपनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ठोस कदम नहीं उठाती तो दलितों और गरीबों की समस्याएं और गंभीर होंगी, जिससे देश की वैश्विक साख भी प्रभावित होगी।
बैठक में बसपा के वरिष्ठ नेता सतीश चंद्र मिश्रा, विधायक उमाशंकर सिंह, प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल सहित सभी मंडल व जिला प्रभारी, जिला अध्यक्ष और मंडल अध्यक्ष मौजूद रहे।