
हरेंद्र दुबे
देवरिया, 15 सितंबर 2025 :
यूपी के देवरिया जिले में जीवित्पुत्रिका व्रत के पर्व के दिन पोखरे व नदी में नहा रहे तीन मासूमों ने दम तोड़ दिया। संतान की लंबी उम्र के लिए व्रत रखने वालीं इन बच्चों की माताएं बच्चों के शव देखकर सदमे में हैं। व्रत के उल्लास की जगह घर के आंगन में मातम पसर गया और चीखों से दीवारें भी दहल उठीं।
पहला हादसा गौरीबाजार थाना क्षेत्र के गुलहरिया गांव से जुड़ा है। यहां देवगांव में नया पोखरा है। व्रत रखने वाली माताएं धार्मिक रीति रिवाज पूरे करने के लिए बच्चों के साथ यहां एकत्र थीं। व्रती महिलाओं के साथ बच्चों को भी स्नान करना था। इसी दौरान चार बच्चे पानी मे डूबने लगे। ग्रामीणों ने इन्हें किसी तरह बाहर निकाला। इनमें दो बच्चे तत्काल बाहर निकाले जाने से सुरक्षित बच गए। वहीं राधा गुप्ता (12) पुत्री पन्नेलाल और अमृता गुप्ता (9) पुत्री रामनारायण को महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। यहां राधा ने दम तोड़ दिया और अमृता की हालत नाजुक बनी हुई। इसी पोखरे पर गुलहरिया गांव में रहने वाले श्रवण गौंड का दस साल का बेटा राज भी अपनी मां के साथ आया था। नहाते समय वो गहरे पानी मे चला गया उसे निकाल कर मेडिकल कॉलेज ले जाया गया लेकिन वहां उसने दम तोड़ दिया।
इसी दिन दूसरा हादसा रुद्रपुर के सेमरौना घाट स्थित बथुआ नदी के घाट पर हुआ। यहां टेढ़ा स्थान वार्ड निवासी लाला का बेटा कुणाल अपने दोस्तों के साथ नहाने आया था। नहाते समय उसका संतुलन बिगड़ गया और वह गहराई में चला गया। उसे डूबता देख साथ में नहा रहे दोस्तों ने बचाने का प्रयास किया, मगर सफलता नहीं मिली। बच्चों के शोर मचाने पर मौजूद लोग भी तलाश में जुट गए। कुछ देर में उसे नदी से निकाल लिया गया, मगर उसकी मौत हो चुकी थी। कुणाल कक्षा तीन का छात्र था। मां रीमा देवी ने भी जीवित्पुत्रिका रख रखा था। बेटे की मौत की खबर सुनकर वो बेहोश हो गई और लाश देखते ही वो सदमे में चली गई। पर्व के दिन इन हादसों में बच्चों की मौत से गांव में भी मातम पसरा है।