
लखनऊ, 15 सितंबर 2025:
यूपी एसटीएफ ने एक बड़े बैंक लोन गैंग का पर्दाफाश करते हुए यूनियन बैंक की जानकीपुरम शाखा के प्रबंधक गौरव सिंह और उसके तीन साथियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे करोड़ों रुपये के ऑटो और मुद्रा लोन हासिल किए और उस पैसे से लग्जरी गाड़ियां व प्रापर्टी खरीदीं।
एसटीएफ ने सभी आरोपियों को सुशांत गोल्फ सिटी स्थित न्यू हजरतगंज अपार्टमेंट से पकड़ा। उनके पास से बीएमडब्ल्यू, बलेनो, मारुति फ्रांज और महिंद्रा सुप्रो जैसी गाड़ियां, मोबाइल फोन, कंप्यूटर, फर्जी आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, लोन से जुड़े दस्तावेज, चेकबुक और प्रिंटर बरामद किया गया।
गिरफ्तार आरोपियों में विकासनगर निवासी बैंक मैनेजर गौरव सिंह, ठाकुरगंज निवासी नावेद हसन, तालकटोरा निवासी अखिलेश तिवारी और इंद्रजीत सिंह शामिल हैं। एसटीएफ के एएसपी विशाल विक्रम के अनुसार नरही के कारोबारी राज बहादुर गुरुंग की शिकायत पर जांच शुरू हुई थी। राज बहादुर ने इंद्रजीत सिंह की मदद से लोन के लिए आवेदन किया था, लेकिन उनके दस्तावेजों का दुरुपयोग कर 28 अप्रैल 2023 को 9.80 लाख रुपये का मुद्रा लोन और 10 मई 2023 को 15 लाख रुपये का कार लोन निकाल लिया गया।
पूछताछ में सामने आया कि जुलाई 2021 से गौरव सिंह अपने साथियों के साथ मिलकर फर्जी तरीके से लोन स्वीकृत कर रकम हड़प रहा था। आरोपी सहायक मैनेजरों की आईडी-पासवर्ड का दुरुपयोग कर रिपोर्ट तैयार करता और फर्जी नंबर-ईमेल डालकर ओटीपी अपने पास मंगवाता था।
जांच में खुलासा हुआ कि 2017 से अब तक गिरोह ने विभिन्न बैंकों से करीब 20 गाड़ियां फाइनेंस कराईं और फर्जी फर्मों के खातों के जरिए करोड़ों का लेन-देन किया। नावेद हसन और अखिलेश फर्जी दस्तावेज तैयार करते थे, जबकि इंद्रजीत ग्राहकों को फंसाने और उनके हस्ताक्षर करने का काम करता था। गिरोह ने कई बैंक मैनेजरों की मिलीभगत से भी धोखाधड़ी की बात कबूल की है।