
लखनऊ, 17 अक्टूबर 2025:
राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को किसानों ने जिला कलेक्ट्रेट का घेराव कर सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के बैनर तले जिला अध्यक्ष आलोक वर्मा के नेतृत्व में किसानों ने हाथों में तख्तियां लेकर सरकार की नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की और अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा।
प्रदर्शन के दौरान जिला अध्यक्ष आलोक वर्मा ने कहा कि आज प्रदेश का किसान बिजली, मुआवजा और फसलों के उचित मूल्य को लेकर बेहद परेशान है। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों को मुफ्त बिजली देने और गन्ने का समर्थन मूल्य बढ़ाने का वादा किया था, लेकिन अब तक कोई वादा पूरा नहीं हुआ। वर्मा ने बताया कि बारिश और खराब मौसम से किसानों की आलू और सरसों की फसलें बर्बाद हो गईं, लेकिन अब तक किसी तरह का सर्वे या मुआवजा नहीं दिया गया है। उन्होंने मांग की कि सरकार तत्काल सर्वे कराकर पीड़ित किसानों को मुआवजा दे।
आलोक वर्मा ने कहा कि किसानों के बकाया भुगतान अभी तक नहीं मिले हैं, और स्मार्ट मीटर लगाए जाने का निर्णय किसान विरोधी है। उन्होंने कहा कि इससे किसानों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ेगा, इसलिए यूनियन इसका पूरी तरह विरोध करती है। भाकियू नेता ने कहा कि लखनऊ के किसानों का लगातार उत्पीड़न किया जा रहा है, और स्थानीय विधायक के दबाव में फर्जी मुकदमों में किसानों को फंसाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि किसानों की आवाज को दबाने और संगठन की ताकत कमजोर करने का प्रयास किया जा रहा है।सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि किसानों की मांगों पर जल्द ध्यान नहीं दिया गया तो “भारतीय किसान यूनियन” प्रदेशभर में नई रणनीति के तहत बड़ा आंदोलन शुरू करेगी।