लखनऊ, 23 अक्टूबर 2025:
UP के कई जिलों में ओवरलोड ट्रकों से अवैध वसूली करते कुछ पुलिसकर्मियों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। वायरल वीडियो के आधार पर डीजीपी राजीव कृष्ण ने तीनों जिलों के 11 पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
निलंबित पुलिसकर्मियों में एक इंस्पेक्टर, एक महिला दरोगा, चार पुरुष दरोगा और पांच आरक्षी शामिल हैं। डीजीपी ने इस पूरे प्रकरण पर तीनों जिलों से रिपोर्ट भी तलब की है। मामला यूपी के चित्रकूट, बांदा और कौशांबी जिलों का है।
चित्रकूट जिले में सात पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है, जिनमें भरतकूप थाने के प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार, पहाड़ी थाने की प्रभारी अनुपमा तिवारी (दरोगा), राजापुर थाने के प्रभारी पंकज तिवारी (दरोगा), दरोगा इमरान खान तथा आरक्षी रणवीर सिंह, शुभम द्विवेदी और अजय मिश्रा शामिल हैं। जांच का जिम्मा एएसपी सत्यपाल सिंह को सौंपा गया है।
बांदा जिले में बदौसा थाने के प्रभारी कुलदीप कुमार तिवारी (दरोगा) और आरक्षी अनुराग यादव को निलंबित किया गया है। वहीं कौशांबी जिले में महेवाघाट थाने के प्रभारी प्रभुनाथ सिंह (दरोगा) और आरक्षी शिवम सिंह पर गाज गिरी है। इस जिले की जांच एएसपी मेविस टॉक को सौंपी गई है।
वायरल वीडियो के मुताबिक कथित वसूली की दरें
-बदौसा थाना (बांदा) : ₹7000 प्रति ट्रक
-भरतकूप (चित्रकूट) : गिट्टी ट्रक ₹2500, बालू ट्रक ₹4000
-पहाड़ी (चित्रकूट) : ₹2500
-राजापुर (चित्रकूट) : ₹4000
-महेवाघाट (कौशांबी) : ₹3000
डीजीपी ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि भ्रष्टाचार में लिप्त किसी भी अधिकारी या कर्मी को बख्शा नहीं जाएगा। इस कार्रवाई ने एक बार फिर पुलिस विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार पर सख्त नजर रखने की जरूरत को उजागर कर दिया है।






