विजय पटेल/प्रमोद पासी
रायबरेली/उन्नाव, 28 अक्टूबर 2025:
छठ पर्व के अंतिम दिन मंगलवार सुबह को रायबरेली व उन्नाव जिले में उगते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए शहर के विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। राजघाट पर व्रती महिलाओं ने कड़ी सुरक्षा के बीच भास्कर भगवान को अर्घ्य अर्पित किया और नम आंखों से छठ मइया को विदाई दी। इसी के साथ चार दिवसीय महापर्व का समापन हो गया।
भोर से ही बड़ी संख्या में व्रती परिवारों संग घाट पर पहुंचे। हाथों में पूजा की डलिया, सिर पर सिंदूर की लकीर और दिल में मंगलकामनाओं से भरे व्रतियों ने सूर्यदेव से सुख-समृद्धि की कामना की। जिला प्रशासन ने घाटों पर रोशनी, बैरिकेडिंग व स्वच्छता की बेहतर व्यवस्था की। पुलिस भी सुरक्षा को लेकर पूरी तरह सतर्क दिखी।
घाट की निगरानी ड्रोन कैमरे से की गई। सिटी मजिस्ट्रेट राम अवतार, तहसीलदार आकृति श्रीवास्तव, एडिशनल एसपी संजीव कुमार सिंह और सिटी सीओ अरुण नौहार भी सुरक्षा प्रबंधन की कमान संभाले रहे। नदी में गोताखोर तैनात रहे तथा सादी वर्दी में महिला पुलिसकर्मियों ने भी मोर्चा संभाला। चार दिन तक चलने वाले इस पर्व को लेकर रायबरेली में उत्साह चरम पर रहा। केवल व्रती ही नहीं, आसपास की महिलाएं भी पूजा में शामिल होकर श्रद्धा के रंग में रंगी दिखाई दीं।
उन्नाव: उगते सूर्य को अर्घ्य देकर छठ का शुभ समापन, हजारों ने मांगी संतान की दीर्घायु
उन्नाव में गंगा घाटों पर मंगलवार सुबह हजारों श्रद्धालु एकत्र हुए और उगते सूर्य को अर्घ्य देकर छठ महापर्व का विधिविधान से समापन किया। सुहागन व्रती महिलाओं ने अपने पति के सुख और बच्चों की दीर्घायु के लिए छठ मइया से प्रार्थना की। छठ पूजा का आज चौथा और अंतिम दिन रहा। नहाय-खाय से शुरू होकर खरना, सांध्य अर्घ्य और प्रातःकालीन अर्घ्य के साथ यह व्रत पूरा होता है। महिलाओं ने कमर तक जल में खड़े होकर सूर्यदेव को ठेकुआ, चावल के लड्डू, गन्ना, केला, सेब, अमरूद, अनार और अन्य मौसमी फलों से पूजन किया। हर तरफ पारंपरिक गीतों की स्वरलहरियां गूंजती रहीं। स्वच्छता को लेकर नगर पालिका व जिला प्रशासन ने विशेष पहल की। घाटों को साफ-सुथरा रखने और स्वच्छ सर्वेक्षण में बेहतर रैंक के लिए लोगों से अपील की गई। सुरक्षा का भी पुख्ता इंतजाम किया गया और चप्पे–चप्पे पर पुलिसकर्मियों की तैनाती रही।






