लखनऊ, 2 नवंबर 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ में इस बार देव-दीपावली का पर्व बेहद भव्य रूप में मनाया जाएगा। डालीगंज स्थित प्रसिद्ध मनकामेश्वर मंदिर गोमती तट पर 5 नवंबर की शाम 2 लाख 51 हजार दीपों से देवताओं का स्वागत किया जाएगा। महाआरती के साथ ही मां गोमती की आराधना कर शहरवासियों को गोमती स्वच्छता और जल संरक्षण का संदेश दिया जाएगा।
मंदिर की महंत दिव्या गिरी ने रविवार को आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि बीते 15 वर्षों से मंदिर समिति ‘नमोस्तुते मां गोमती’ अभियान के तहत गोमती तट पर दीपदान, महाआरती और जनजागरण कार्यक्रम आयोजित करती आ रही है। इस वर्ष भी तीन दिवसीय देव-दीपावली महोत्सव के तहत विविध सांस्कृतिक व सामाजिक कार्यक्रम होंगे।
कार्यक्रम की रूपरेखा के अनुसार 3 नवंबर को दोपहर 1 से 4 बजे तक विभिन्न शिक्षण संस्थानों के छात्र-छात्राओं की प्रतियोगिताएं होंगी। 4 नवंबर को 1 से 5 बजे तक विद्यालय की छात्राओं और महिलाओं द्वारा रंगोली व बेदी सज्जा प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद श्रद्धालु दीप प्रज्ज्वलित कर घाट को प्रकाशित करेंगे।
5 नवंबर की शाम 5 बजे देव-दीपावली की मुख्य महाआरती संपन्न होगी, जिसमें ढाई लाख से अधिक दीप जलाकर देवगणों का स्वागत किया जाएगा। महंत दिव्या गिरी ने बताया कि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन देवगण अदृश्य रूप में पृथ्वी पर अवतरित होकर नदियों के तटों पर दीपदान के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं।
उन्होंने लखनऊवासियों से अपील की कि वे अपने परिवार और मित्रों के साथ मां गोमती की आरती में शामिल होकर स्वच्छता और जल संरक्षण का संकल्प लें। इस अवसर पर शासन-प्रशासन के कई मंत्री, अधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधि भी शामिल होंगे।






