लखनऊ, 3 नवंबर 2025:
राजधानी लखनऊ में सोमवार से ‘यातायात माह-2025’ की शुरुआत हो गई। पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) बबलू कुमार और डीसीपी ट्रैफिक कमलेश दीक्षित ने हरी झंडी दिखाकर जागरूकता वाहनों को रवाना किया। यह अभियान पूरे एक माह तक चलेगा, जिसमें नागरिकों को यातायात नियमों का पालन करने और सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने पर जोर रहेगा।
पुलिस लाइन में आयोजित भव्य समारोह में जागरूकता रैली में वाहनों की भव्य सजावट की गई। सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा की बैंड पर गूंजती धुन के बीच वाहन झंडी दिखाने पर रवाना हुए। एक जागरूकता पुस्तिका का विमोचन किया गया। वहीं मीडिया से मुखातिब होकर जेसीपी (कानून व्यवस्था) बबलू कुमार ने बताया कि अन्य मामलों से ज्यादा सड़क हादसों में सर्वाधिक मौतें होती हैं। इसमें नौजवानों की संख्या के साथ घर के कामकाजी लोग शामिल हैं। ये सभी दुर्घटनाएं जरा सी असावधानी से होती हैं। इसका एक ही उपाय है जागरूकता। क्योंकि गांव के रास्तों पर ड्राइविंग और हाईवे पर ड्राइविंग में अंतर होता है। बिना नियम जाने हम सुरक्षित सफर नहीं कर सकते। लखनऊ पुलिस अब नियमों के उल्लंघन पर सख्त रवैया अपनाएगी। जिन वाहन चालकों के पांच से अधिक चालान हो चुके हैं, उनके वाहन रजिस्ट्रेशन और ड्राइविंग लाइसेंस रद्द कराने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि “लखनऊ पुलिस अब यातायात नियम तोड़ने वालों के प्रति जरा भी नरमी नहीं बरतेगी।”

इसके साथ ही, एलडीए और नगर निगम की मदद से शहर की रोड इंजीनियरिंग सुधारने की भी पहल की जाएगी ताकि दुर्घटनाओं की संभावना को कम किया जा सके। डीसीपी ट्रैफिक कमलेश दीक्षित ने बताया कि अभियान के दौरान शहर के प्रमुख चौराहों पर पुलिस कर्मी, छात्र, सामाजिक संगठन और एनसीसी कैडेट्स लोगों को जागरूक करेंगे। हेलमेट और सीट बेल्ट के महत्व पर विशेष जोर रहेगा। उन्होंने कहा कि “जो भी पुलिसकर्मी खुद नियम तोड़ेंगे, उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी।” लखनऊ ट्रैफिक पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की कि वे यातायात नियमों का पालन करें, हेलमेट और सीट बेल्ट का प्रयोग करें, ताकि शहर को सड़क हादसों से मुक्त और सुरक्षित बनाया जा सके।






