लखनऊ, 3 नवंबर 2025:
उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL) के आउटसोर्स कर्मचारियों ने सोमवार को राजधानी लखनऊ में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। कृष्णानगर की हाइडिल कॉलोनी स्थित मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के मुख्य अभियंता (वितरण) कार्यालय के बाहर कर्मचारियों ने “वर्टिकल व्यवस्था खत्म करो” और “समान कार्य का समान वेतन दो” के नारे लगाए।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि वर्टिकल व्यवस्था ने विभाग में असमानता और असुरक्षा की भावना को बढ़ा दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस व्यवस्था के कारण कार्यस्थलों पर पारदर्शिता खत्म हो रही है। आउटसोर्स कर्मचारियों का शोषण बढ़ गया है।
कर्मचारियों ने कहा कि समान काम करने के बावजूद स्थायी कर्मचारियों और संविदा कर्मियों के बीच वेतन और सुविधाओं में भारी अंतर है। कर्मचारी नेता देवेन्द्र पाण्डेय ने कहा कि ऊर्जा विभाग में वर्षों से कार्यरत आउटसोर्स कर्मियों के स्थायीकरण के लिए सरकार को स्पष्ट नीति बनानी चाहिए।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कर्मचारियों की मांगों पर शीघ्र विचार नहीं किया गया, तो आंदोलन को प्रदेशभर में विस्तार दिया जाएगा। यदि हमारी मांगें नहीं मानी गईं, तो सभी वितरण मंडलों में क्रमिक कार्य बहिष्कार शुरू किया जाएगा।
प्रदर्शन के दौरान उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन निविदा/संविदा कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने एक ज्ञापन अधीक्षण अभियंता को सौंपा। उसमें स्थायीकरण, लंबित भुगतान, सुरक्षित कार्य परिस्थितियों और बीमा सुविधाओं की मांग की गई। पदाधिकारियों ने बताया कि प्रदेश के अधिकांश मंडलों के आउटसोर्स कर्मचारी अब अपनी समस्याओं को लेकर एकजुट हो चुके हैं। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस बल भी मौके पर तैनात रहा।
				
					





