लखनऊ, 7 नवंबर 2025:
शहर के विकास पर चर्चा के लिए बुलाई गई बैठक अचानक आरोप-प्रत्यारोप का अखाड़ा बन गई। स्मार्ट सिटी सभागार में लखनऊ के प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना की मौजूदगी में महापौर सुषमा खर्कवाल और बक्शी का तालाब से भाजपा विधायक योगेश शुक्ला आमने-सामने आ गए। खरगापुर की सड़क के मुद्दे पर शुरू हुई तकरार के बीच वित्त मंत्री ने हिदायत दी ये मंच इन सब बातों के लिए नहीं है।
दरअसल, 15 अक्टूबर को महापौर ने सड़क का शिलान्यास किया था और मौके पर सड़क को ‘ठीकठाक’ बताकर काम रोक दिया था। विधायक योगेश शुक्ला ने इसे राजनीतिक पक्षपात बताते हुए नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, महापौर ने शिलान्यास के वक्त सपा पार्षद ममता रावत को बुलाया, नारियल फोड़े, लेकिन क्षेत्र के भाजपा विधायक को बुलाने की जरूरत नहीं समझी।”
विधायक ने आगे कहा कि 69 लाख रुपये की लागत से सड़क और नाली का निर्माण होना था, लेकिन महापौर ने सड़क को अच्छा बताकर काम रोक दिया और यह प्रचार कराया कि ‘ठीक सड़क विधायक बनवा रहे हैं’।
महापौर ने भी जवाब में कहा, जहां जरूरत होगी, वहीं विकास होगा। सरकारी पैसे की बर्बादी नहीं की जाएगी। सभी 110 पार्षद मेरे हैं, चाहे किसी भी दल के हों। इस पर विधायक ने पलटवार किया, जो पार्षद आपकी पसंद के हैं, उन्हें तो बजट भरभर कर मिलता है, लेकिन जो नहीं हैं, उनके इलाके का विकास रोक दिया जाता है।
विवाद बढ़ता देख वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बीच बचाव किया और कहा यह मंच इस तरह की बहस के लिए नहीं है। अलग से बैठक कर लें, लेकिन यहां विकास की बात करें। उन्होंने आगे कहा कि शहर के वार्डों को विकसित, विकासशील और अविकसित श्रेणियों में बांटा जाए, ताकि काम प्राथमिकता के आधार पर हो सके। बैठक में एमएलसी मुकेश शर्मा, नगर आयुक्त गौरव कुमार, पार्षद और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
वित्त मंत्री के मुख्य निर्देश:
– हर मकान को मिलेगा यूनिक नंबर, जिससे पहचान और प्रशासनिक काम आसान होंगे।
– खराब हैंडपंपों का रिबोर, सड़कों के गड्ढे भरने के लिए पैचवर्क टीम बनेगी।
– दिन और रात दोनों समय सफाई अभियान चलेगा।
– स्ट्रीट लाइट के लिए अलग केबल लाइन बिछाने की योजना तैयार करने को कहा गया।
– स्वच्छता प्रोत्साहन समिति का गठन होगा ताकि नागरिकों की भागीदारी बढ़े।






