प्रमोद कुमार
मलिहाबाद (लखनऊ), 16 नवंबर 2025
राजधानी लखनऊ में सन 1857 की प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की अमर वीरांगना ऊदादेवी को नमन करने के लिए एक कैंडल मार्च निकाला गया। पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता कौशल किशोर के नेतृत्व में यह रैली हजरतगंज स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा से शुरू होकर सिकंदरबाग स्थित ऊदादेवी की प्रतिमा तक पहुंची। समापन पर प्रतिमा स्थल पर पुष्पांजलि, माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन किया गया।
लखनऊ व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से उमड़ी भीड़ ने इस आयोजन को एक भव्य रूप दे दिया। मोहनलालगंज, मलिहाबाद, बख्शी का तालाब, गोसाईंगंज सहित दर्जनों गांवों से आए लोग हाथों में कैंडल, तख्तियां और ऊदादेवी के चित्र लिए वीरांगना ऊदादेवी अमर रहें व जब तक सूरज चांद रहेगा, ऊदादेवी का नाम रहेगा जैसे नारों से पूरे मार्ग को गूंजाते रहे।
पूर्व मंत्री कौशल किशोर ने कहा कि ऊदादेवी पूरे देश की वीरांगना थीं, जिन्होंने अंग्रेजों से युद्ध करते हुए अदम्य साहस का परिचय दिया। उन्होंने घोषणा की कि अगली बार से ऊदादेवी शहादत दिवस को राजकीय आयोजन का दर्जा दिलाने के लिए सरकार से मांग की जाएगी। साथ ही लखनऊ में ऊदादेवी स्मारक और संग्रहालय निर्माण के लिए भी प्रस्ताव सरकार को भेजा जाएगा।
कार्यक्रम में 36 बालिकाओं के समूह ने वीरांगना ऊदादेवी का रूप धारण कर मार्च में हिस्सा लिया। काला सूट, माथे पर तिलक, हाथों में तिरंगा और कंधे पर बंदूक की प्रतिकृति इन बालिकाओं का यह रूप भीड़ में जोश भरता रहा। लोग रास्ते भर जय ऊदादेवी के नारों और तालियों से उनका उत्साह बढ़ाते रहे। ये बालिकाएं स्थानीय स्कूलों और महिला स्वयं सहायता समूहों से चयनित की गई थीं। इन्हें ऊदादेवी के जीवन, संघर्ष और शौर्य पर विशेष प्रशिक्षण दिया गया था ताकि वे इतिहास को सटीकता से पेश कर सकें।
कार्यक्रम में मोहनलालगंज विधायक अमरीष रावत पुष्प, मलिहाबाद विधायक जय देवी कौशल, भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष विकास किशोर आशू, ब्लॉक प्रमुख निर्मल वर्मा, प्रतिनिधि मीनू वर्मा, प्रधान सर्वेश रावत मौजूद रहे।






