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UP की स्टार्टअप और डिजिटल क्रांति की ओर छलांग, सरकार की नीतियों से राज्य बना ग्लोबल टेक हब

डेटा सेंटर नीति-2021 के तहत प्रदेश बना रहा देश का डिजिटल हब, इंफोसिस, एडोब, आईबीएम और टेली पर्फार्मेंस जैसी वैश्विक दिग्गज कंपनियों के निवेश से आईटी इकोसिस्टम हुआ सशक्त

लखनऊ, 10 दिसंबर 2025:

यूपी आज तेजी से डिजिटल अर्थव्यवस्था, स्टार्टअप संस्कृति और तकनीकी अवसंरचना के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। बीते कुछ वर्षों में राज्य ने न केवल आईटी और डेटा सेंटर निवेश के नए रिकॉर्ड बनाए हैं बल्कि अपने आप को देश के प्रमुख डिजिटल डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित भी किया है। इसे सीएम योगी की दूरदर्शी नीतियों का प्रत्यक्ष परिणाम माना जा रहा है।

इंफोसिस, एडोब, आईबीएम और टेली पर्फार्मेंस जैसी वैश्विक दिग्गज कंपनियों के निवेश से प्रदेश का आईटी इकोसिस्टम बेहद सशक्त हुआ है। इन कंपनियों ने बड़े पैमाने पर निवेश करते हुए रोजगार सृजन में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नई गति मिली है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्पष्ट लक्ष्य उत्तर प्रदेश को स्टार्टअप, आईटी सेक्टर और डेटा प्रोसेसिंग का अग्रणी केंद्र बनाना है। इसी उद्देश्य को साधने के लिए राज्य सरकार ने स्टार्टअप प्रोत्साहन नीतियों में असाधारण वृद्धि की है। वर्ष 2021–22 में जहां स्टार्टअप्स के लिए सिर्फ 274 लाख रुपये स्वीकृत हुए थे, वहीं अगले वर्षों में यह राशि लगातार बढ़ती गई। वर्ष 2022-23 में 866 लाख, 2023-24 में 1,326 लाख और अब वर्ष 2025 में 2,600 लाख रुपये तक पहुंच चुकी है। यह बढ़ोतरी स्पष्ट संकेत है कि सरकार प्रदेश में नवाचार आधारित अर्थव्यवस्था को निरंतर मजबूती दे रही है।

आईटी और आईटीईएस नीति के तहत भी प्रदेश ने उल्लेखनीय छलांग लगाई है। वर्ष 2025 की शुरुआत में ही दो एलओसी के माध्यम से ₹28.34 करोड़ का निवेश और 1,600 रोजगार सृजित हुए। वहीं सितंबर 2025 के बाद मिले तीन बड़े प्रस्तावों ने ₹868 करोड़ के निवेश और लगभग 7,800 नए रोजगारों का मार्ग प्रशस्त किया है। इन निवेशों ने उत्तर प्रदेश को आईटी और टेक्नोलॉजी निवेश का राष्ट्रीय हब बनाने में निर्णायक भूमिका निभाई है।

डेटा सेंटर नीति-2021 योगी सरकार की एक और महत्वाकांक्षी पहल है, जिसने उत्तर प्रदेश को डिजिटल अवसंरचना के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। इस नीति के तहत NIDP के 9,134 करोड़, NTT ग्लोबल के 1,687 करोड़, अडानी इंटरप्राइजेज के 2,416 करोड़ और 2,713 करोड़ के प्रोजेक्ट्स तथा ST टेली मीडिया के 2,130 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इन सभी परियोजनाओं पर तेज गति से कार्य जारी है।

इन सभी पहलों ने मिलकर उत्तर प्रदेश की वह छवि पूरी तरह बदल दी है, जिसमें कभी उसे ‘बीमारू राज्य’ कहा जाता था। आज उत्तर प्रदेश ‘ब्रांड यूपी’ के रूप में उभरकर देश के अग्रणी औद्योगिक, डिजिटल और तकनीकी राज्यों की पंक्ति में खड़ा है। एक ऐसा प्रदेश, जो भविष्य की टेक्नोलॉजी-चालित अर्थव्यवस्था का नया केंद्र बनने की दिशा में लगातार आगे बढ़ रहा है।

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