लखनऊ, 10 दिसंबर 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ में बुधवार को सिंधी समाज के प्रतिनिधि मंडल ने नगर निगम मुख्यालय में महापौर सुषमा खर्कवाल से मुलाकात कर समाज से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की। सिंधु सभा के अध्यक्ष अशोक मोतियानी के नेतृत्व में पहुंचे इस प्रतिनिधि मंडल ने महापौर के समक्ष शहर की झूलेलाल वाटिका में प्रस्तावित भगवान झूलेलाल के भव्य स्वागत द्वार के निर्माण की मांग प्रमुखता से रखी।
प्रतिनिधि मंडल ने बताया कि नगर निगम की कार्यकारिणी इस प्रस्ताव को पहले ही स्वीकृति दे चुकी है। लेकिन द्वार निर्माण की प्रक्रिया आगे बढ़ाने के लिए उपयुक्त भूमि का चिन्हांकन अभी तक लंबित है। समाज की इच्छा है कि झूलेलाल के भक्तों के आस्था स्थल पर यह स्वागत द्वार जल्द से जल्द बनकर तैयार हो ताकि शहर में सांस्कृतिक एवं धार्मिक पहचान को और मजबूती मिल सके।

मुलाकात के दौरान प्रतिनिधि मंडल ने नाका हिंडोला स्थित चौराहे के नवीनीकरण का मुद्दा भी उठाया। क्षेत्रीय पार्षद की पहल पर यहां विकास कार्य चल रहे हैं। सिंधी समाज ने मांग की कि इस चौराहे का नाम अमर शहीद हेमू कालाणी चौराहा के रूप में औपचारिक रूप से घोषित किया जाए, जिससे स्वतंत्रता संग्राम के इस वीर सेनानी की स्मृति को स्थायी पहचान मिल सके।
महापौर सुषमा खर्कवाल ने समाज की भावनाओं का सम्मान करते हुए आश्वासन दिया कि नाका चौराहे को जल्द ही स्वतंत्रता सेनानी हेमू कालाणी के नाम से संबद्ध पहचान दी जाएगी। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देने का भरोसा दिया कि झूलेलाल स्वागत द्वार के लिए नगर निगम की जमीन का चयन शीघ्र कराया जाएगा।
प्रतिनिधि मंडल की ओर से वीवीआईपी रोड स्थित मुक्तिधाम पर नगर निगम के सहयोग से निर्मित इलेक्ट्रिक शवदाह गृह को शीघ्र शुरू करने की भी अपील की गईः ये लंबे समय से तैयार होने के बावजूद निष्क्रिय पड़ा है। प्रतिनिधि मंडल में अनिल बजाज, रतन मेघानी, संजय जसवानी, सुरेश छाबलानी, अशोक चांदवानी, श्याम कृष्णानी, मोहित जसवानी, पुनीत लालचंदानी और घनश्याम दास आदि शामिल थे।






