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कृषि चौपाल में किसानों ने साझा किए अपने अनुभव, जानिए पिछले 8 सालों में कैसे बदला यूपी का ‘कृषि मॉडल’

मुजफ्फरनगर के यहियापुर गांव में आयोजित कृषि चौपाल में किसानों ने बताया कि योगी सरकार की नीतियों से पिछले वर्षों में उनकी आमदनी, सुविधाएं और आत्मनिर्भरता बढ़ी है

मुजफ्फरनगर, 10 दिसंबर 2025 :

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के यहियापुर गांव में आज आयोजित कृषि चौपाल में 500 से अधिक किसानों ने अपनी राय रखी और पिछले आठ वर्षों में यूपी सरकार की नीतियों से आए सकारात्मक बदलाव का उल्लेख किया। किसानों ने अपने विचारों में व्यक्त किया कि, सीएम योगी ने प्रदेश के अन्नदाताओं के जीवन में खुशहाली और आत्मनिर्भरता की नई राह बनाई है। अब किसान आत्महत्या की बजाय सुख-शांति के साथ अपने परिवार की तरक्की और प्रदेश की समृद्धि में योगदान दे रहे हैं। उन्हें फसल का उचित दाम, किसान सम्मान निधि, पीएम कुसुम योजना और एमएसपी के साथ-साथ हर जनपद में बिजली, सड़क और पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं मिल रही हैं। इससे खेती करना और फसल को बाजार तक पहुँचाना आसान हो गया है।

इसके अलावा विकसित कृषि संकल्प अभियान के माध्यम से मुख्यमंत्री और अन्य मंत्री, साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने सीधे किसानों से संवाद किया। अभियान के तहत 15 दिनों में प्रदेश के 14,170 गांवों में 23 लाख से अधिक किसानों ने हिस्सा लिया। किसान बिराम सिंह ने बताया कि इस अभियान में उन्हें स्वायल कार्ड, भूमि सुधार, सिंचन क्षमता और खेती में सुधार जैसी महत्वपूर्ण जानकारियां मिलीं। इसके बाद उन्होंने विशेषज्ञों और अधिकारियों से संपर्क कर अपनी खेती में सुधार किया।

कृषि विभाग द्वारा तिलहन और दलहन के क्षेत्र में किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए निःशुल्क मिनीकिट वितरित किए जा रहे हैं। किसान अमरीश वालिया ने बताया कि गेहूं, जौ, चना, मटर, मसूर, तोरिया, राई-सरसो और अलसी जैसी फसलों के लिए अनुदान पर बीज उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इससे किसानों को बीज आसानी से मिलते हैं और उत्पादकता बढ़ाने के साथ विषमुक्त खेती की दिशा में कदम बढ़ता है।

खेती में मदद के लिए कृषि यंत्रों की भी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। किसान गंगाशरण ने कहा कि अनुदान पर कृषि यंत्र मिलने से हजारों किसान लाभान्वित हो रहे हैं। योगी सरकार की पहल से 5000 से अधिक कृषि यंत्र बैंक स्थापित किए गए हैं, जहां ई-लॉटरी के माध्यम से निष्पक्ष प्रक्रिया में किसानों को अनुदान पर यंत्र मिलते हैं।

किसान पाठशाला के जरिए किसानों को नवीनतम तकनीकों और उन्नत कृषि की जानकारी दी जा रही है। किसान वेदपाल ने बताया कि पाठशाला के माध्यम से तकनीकी क्षमता विकसित हो रही है और फसल उत्पादन तथा उत्पादकता में सुधार हो रहा है। इसके अलावा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपावली से पहले गन्ना मूल्य में 30 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की, जिससे गन्ना किसानों को 3000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भुगतान हो रहा है।

उत्तर प्रदेश के पश्चिमी जिलों में कृषि चौपाल का सिलसिला जारी है। बागपत, हापुड़ और शामली में कार्यक्रम संपन्न हो चुके हैं। 11 दिसंबर को दाहोद गांव में अगली चौपाल आयोजित की जाएगी, जिसमें किसानों को सीधे अपनी समस्याओं और सुझावों को साझा करने का अवसर मिलेगा।

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