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नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनेगा यूपी की नई पहचान, पश्चिमी यूपी को देगा विकास और रोजगार की नई उड़ान

दिल्ली-एनसीआर की वैश्विक कनेक्टिविटी को नई दिशा देने के साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मिलेगी गति, परियोजना में टाटा प्रोजेक्ट्स, इंडियन ऑयल, बर्ड ग्रुप सहित 30 से अधिक कंपनियों की सहभागिता

गौतमबुद्धनगर, 11 दिसंबर 2025:

यूपी के जेवर में तेजी से आकार ले रहा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) यूपी सरकार की दूरदर्शी नीतियों और मजबूत नेतृत्व का प्रभावशाली उदाहरण बनता जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर के इस ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का निर्माण दिल्ली-एनसीआर की कनेक्टिविटी को नई दिशा देने के साथ पूरे पश्चिमी यूपी के सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य को भी गहराई से बदलने वाला है। सीएम योगी परियोजना की प्रगति की नियमित समीक्षा करते हुए इसके समयबद्ध निर्माण को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहे हैं। जिससे जिन किसानों और परिवारों ने अपनी भूमि देकर इस महत्वपूर्ण सपना साकार करने में सहयोग दिया उन्हें अधिकतम लाभ मिल सके।

यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) के सीईओ राकेश कुमार सिंह के अनुसार सीएम की पहल पर परियोजना प्रभावित परिवारों (PAF) को लाभ पहुंचाने के लिए कई विशेष कार्यक्रम लागू किए गए हैं। यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रा. लि. (YIAPL) और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. (NIAL) के नेतृत्व में PPP मॉडल पर आधारित इस परियोजना में टाटा प्रोजेक्ट्स, इंडियन ऑयल और बर्ड ग्रुप जैसी 30 से अधिक प्रतिष्ठित कंपनियों की सक्रिय भागीदारी है। निर्माण चरण के दौरान 5,000 से अधिक रोजगार उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इनमें न्यूनतम मजदूरी, पीएफ, ईएसआई और ग्रेच्युटी जैसे सभी सरकारी लाभ सुनिश्चित किए जा रहे हैं।

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PAF युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए ऑनलाइन करियर पोर्टल पर अब तक 180 से अधिक उम्मीदवार पंजीकृत हो चुके हैं। तीन विशेष भर्ती शिविरों में 300 से अधिक युवाओं ने हिस्सा लिया। उनमें से 24 को ऑफर लेटर जारी हुए। कौशल विकास के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। आईटीआई जेवर को आधुनिक तकनीक से सुसज्जित किया गया जहां पैसेंजर हैंडलिंग और रैंप ऑपरेशंस जैसे कोर्स शुरू किए गए।

इन कोर्स में शामिल 28 प्रशिक्षुओं में से 24 को सफलतापूर्वक नौकरी मिली है। इसके साथ ही लगभग 100 PAF युवाओं को अंग्रेजी और सॉफ्ट स्किल्स का प्रशिक्षण भी दिया गया है। इन सभी पहलों की निगरानी NIAL, जिला प्रशासन और YIAPL की संयुक्त समिति कर रही है।

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट नेट-जीरो उत्सर्जन के लक्ष्य के साथ विकसित किया जा रहा है। इसमें स्विस दक्षता और भारतीय आतिथ्य का अनूठा मेल देखने को मिलेगा। प्रथम चरण में 1.2 करोड़ यात्रियों की वार्षिक क्षमता वाला यह एयरपोर्ट न केवल पश्चिमी यूपी के लिए आर्थिक हब बनेगा बल्कि युवाओं के लिए रोजगार और नए अवसरों के अनगिनत द्वार खोलेगा।

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