लखनऊ, 19 दिसंबर 2025:
जिम, स्पा, कोचिंग सेंटर और शोरूम समेत करीब 20 ट्रेड को लाइसेंस शुल्क के दायरे में लाने के प्रस्ताव को लेकर लखनऊ के व्यापारियों में नाराज़गी है। इसी मुद्दे को लेकर शुक्रवार को लखनऊ व्यापार मंडल का एक प्रतिनिधिमंडल महापौर सुषमा खर्कवाल से नगर निगम मुख्यालय में मिला और उन्हें ज्ञापन सौंपा।
व्यापार मंडल अध्यक्ष अमरनाथ मिश्र ने महापौर को बताया कि इससे पहले भी नगर निगम द्वारा लाइसेंस शुल्क लगाने का प्रस्ताव लाया गया था, जिसे विरोध के बाद वापस ले लिया गया था। उन्होंने बताया कि 13 सितंबर 2024 को नगर निगम की कार्यकारिणी में भी इस प्रस्ताव को समाप्त करने का निर्णय लिया गया था और व्यापारिक संगठनों को इसकी जानकारी दी गई थी।
व्यापार मंडल ने आरोप लगाया कि इसके बावजूद हाल ही में समाचार पत्रों में फिर से 20 ट्रेड को लाइसेंस शुल्क के दायरे में लाने की खबरें प्रकाशित हुई हैं। एक समाचार में अपर नगर आयुक्त के बयान के हवाले से यह भी कहा गया कि ऐसा कोई प्रस्ताव सदन से पास नहीं हुआ है, जिससे भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है।

इस पर महापौर ने मौके पर संबंधित अफसरों को बुलाकर सवाल किया कि कार्यकारिणी से पारित निर्णय को कैसे नजरअंदाज किया जा सकता है और ऐसी खबरें किस आधार पर प्रकाशित हो रही हैं। हालांकि, व्यापार मंडल को कोई स्पष्ट आश्वासन नहीं मिला।
बैठक के बाद लखनऊ व्यापार मंडल के अध्यक्ष अमरनाथ मिश्र और चेयरमैन राजेन्द्र कुमार अग्रवाल ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि अगर प्रस्ताव वापस नहीं लिया गया तो व्यापारी आंदोलन करेंगे। उन्होंने घोषणा की कि शनिवार 20 दिसंबर को दोपहर 12 बजे नगर निगम मुख्यालय लालबाग में लखनऊ व्यापार मंडल द्वारा धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।
व्यापार मंडल अध्यक्ष का कहना है कि नए लाइसेंस शुल्क से छोटे और मध्यम व्यापारियों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ेगा, जिसे किसी भी हालत में स्वीकार नहीं किया जाएगा। ज्ञापन सौंपने वाले प्रतिनिधिमंडल में अध्यक्ष के अलावा चेयरमैन राजेन्द्र कुमार अग्रवाल महामंत्री अनुराग मिश्र व रामशंकर राजपूत शामिल रहे।






