नई दिल्ली, 24 मई 2025
भारतीय सेना में एक दुखद हादसा हुआ जहां अपने एक सैनिक साथी को बचाते हुए भारतीय सेना के एक अधिकारी की मौत हो गई। बता दे कि अपनी जान की परवाह ना करते हुए वे सैनिक को बचाने के लिए सिक्किम में एक नदी में कूंदे जहां तेज बहाव के कारण डूबने से उनकी मौत हो गई।
शुक्रवार को सैन्य अधिकारियों ने बताया कि सिक्किम स्काउट्स के 23 वर्षीय लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी, जिन्हें पिछले साल दिसंबर में कमीशन मिला था, सिक्किम में एक सामरिक संचालन बेस की ओर एक रूट ओपनिंग गश्ती दल का नेतृत्व कर रहे थे। भविष्य की तैनाती के लिए तैयार की जा रही प्रमुख चौकी की ओर बढ़ते समय, गश्ती दल के एक सदस्य का सुबह करीब 11 बजे एक लॉग ब्रिज पार करते समय पैर फिसल गया।
अग्निवीर स्टीफन सुब्बा पुल से गिर गए और पहाड़ी नाले में बह गए। लेफ्टिनेंट तिवारी ने डूब रहे सुब्बा को बचाने के लिए पानी में छलांग लगा दी। एक अन्य सैनिक नायक पुकार कटेल ने तुरंत उनकी सहायता की और वे डूबते अग्निवीर को बचाने में सफल रहे।
सुब्बा को सुरक्षित निकाल लिया गया, लेकिन लेफ्टिनेंट तिवारी तेज बहाव में बह गए और करीब 30 मिनट बाद उनका शव 800 मीटर नीचे की ओर मिला। भारतीय सेना ने कहा कि “अपनी कम उम्र और संक्षिप्त सेवा के बावजूद”, लेफ्टिनेंट तिवारी “अपने पीछे साहस और सौहार्द की ऐसी विरासत छोड़ गए हैं जो आने वाली पीढ़ियों के सैनिकों को प्रेरित करेगी।”सिलीगुड़ी स्थित 33वीं कोर (त्रिशक्ति कोर) ने एक बयान में कहा, “वीर जवान के पार्थिव शरीर को उसके गृहनगर ले जाने से पहले त्रिशक्ति कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल जुबिन ए मिनवाला ने बेंगडुबी सैन्य स्टेशन पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ पुष्पांजलि अर्पित की।” उन्होंने कहा, “उनकी बहादुरी और कर्तव्य के प्रति समर्पण पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा। भारतीय सेना इस दुख की घड़ी में परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।”