अंशुल मौर्य
वाराणसी, 21 जुलाई 2025:
यूपी की शिवनगरी काशी में सावन के दूसरे सोमवार को बीएचयू परिसर में स्थित विश्वनाथ मंदिर में सीर गोवर्धनपुर के करीब 20,000 यादव समाज के श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक कर वर्षों पुरानी परंपरा को निभाया। इस दौरान हर-हर महादेव के उद्घोष से मंदिर परिसर गूंज उठा। यहां सुबह से ही दर्शन-पूजन के लिए भक्तों की लंबी कतारें लगी रहीं।
बीएचयू परिसर में स्थित विश्वनाथ मंदिर भव्यता और आध्यात्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। 1962 में स्थापित यह मंदिर काशी के धार्मिक और सांस्कृतिक वैभव का प्रतीक है। सावन के महीने में यहां भक्तों का तांता लगा रहता है, और जलाभिषेक की परंपरा इसे और भी खास बनाती है। यहां यादव समाज सावन के दूसरे सोमवार को विशेष रूप से जलाभिषेक करने की परंपरा निभाता आया है।
सीर गोवर्धनपुर क्षेत्र से हजारों यादव समाज के श्रद्धालु नंगे पांव, हाथों में गंगाजल से भरे कलश लिए अस्सी घाट पहुंचे। वहां स्नान के बाद केदार घाट होते हुए बीएचयू के विश्वनाथ मंदिर पहुंचकर बाबा का जलाभिषेक किया। स्थानीय निवासी सुनील कुमार यादव ने बताया, “यह परंपरा दशकों पुरानी है। 1962 में जब यह मंदिर बनकर तैयार हुआ, तभी से सावन के पहले सोमवार को पुराने विश्वनाथ मंदिर और दूसरे सोमवार को बीएचयू के विश्वनाथ मंदिर में जलाभिषेक किया जाता है।” पप्पू यादव ने बताया कि यह परंपरा न केवल आस्था का प्रतीक है, बल्कि सामुदायिक एकता को भी दर्शाती है।