
बुरहानपुर, 9 मार्च 2025
मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में एक ऐसा मंदिर बना है जो केवल महिलाओं के लिए है और इन दिनों यहां भीड़ उमड़ रही है। यहां की महिला श्रद्धालुओं के लिए यह मंदिर देश भर में कुछ मंदिरों में महिलाओं के प्रवेश पर रोक के खिलाफ एक बयान के रूप में सामने आया है।
यह अनोखा मंदिर केवल महिलाओं के लिए बनाया गया है, जिन्हें इस मंदिर में प्रवेश की अनुमति है और इसे ‘बहनों का मंदिर’ कहा जाता है। इस मंदिर की देखभाल से लेकर पूजा-पाठ से लेकर दर्शन कराने तक की सारी ज़िम्मेदारियाँ महिलाएँ ही निभाती हैं। यहाँ पुरुषों का प्रवेश पूरी तरह से वर्जित है। इस मंदिर में महिलाएँ बिना किसी ‘पुरुष हस्तक्षेप’ के ध्यान करती हैं, गीत गाती हैं और भजन करती हैं।
यह मंदिर सिलमपुरा के प्राचीन श्री स्वामीनारायण मंदिर परिसर में बनाया गया है। करीब आठ साल पहले इसके जीर्णोद्धार के बाद मंदिर को और भी सजाया गया है। स्वामीनारायण संप्रदाय के सदस्यों ने महिलाओं के महत्व को दर्शाने के लिए चित्रों का इस्तेमाल किया।
श्रद्धालु शारदा शाह ने कहा कि देश के कई मंदिरों में महिलाओं का प्रवेश वर्जित है। इसी तरह कई पूजा स्थलों में भी महिलाओं को प्रवेश नहीं दिया जाता। उन्होंने कहा, “ऐसे में बुरहानपुर मध्य प्रदेश का एकमात्र महिला मंदिर है। इसे महिला सशक्तिकरण की मिसाल के तौर पर देखा जा सकता है। महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं, खासकर धर्म से जुड़े मामलों में।”
केवल महिला पुजारी ही अनुष्ठान संपन्न कराती हैं :
श्री स्वामीनारायण मंदिर के कोठारी महंत वल्लभदास ने कहा, ”स्वामीनारायण संप्रदाय में महिलाओं के प्रति सम्मान का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बुरहानपुर में महिलाओं के लिए अलग से मंदिर बनाया गया है, जिसमें पुरुषों का प्रवेश प्रतिबंधित है। इस मंदिर का रखरखाव और पूजा-पाठ भी महिला पुजारी ही करती हैं।”
कई महिलाओं ने बताया कि धार्मिक स्थलों पर महिलाओं की उपस्थिति के मामले में बुरहानपुर सबसे आगे है। पूर्व कोठारी महंत पीपी स्वामी जी के कार्यकाल में इसका जीर्णोद्धार किया गया था।






