
राम दशरथ यादव
गोसाईगंज, 5 अक्टूबर 2025:
यूपी की राजधानी स्थित गोसाईगंज थाना क्षेत्र में एक युवक ने झगड़ा किया। डायल 112 उसे थाने लाई। नशे में हंगामा करने पर उसे वहीं चबूतरे पर बिठा दिया गया। नशा कम होने पर चुपचाप बाहर आकर वो गायब हो गया। इसके बाद पिता भाई से मिलीभगत कर खुद गायब हो गया और पिता भाई थाने गया बेटा लापता होने का राग अलापने लगे। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की तो लंबी खोजबीन में झूठ जाहिर हो गया। गायब युवक मिल गया और झूठी सूचना देने वाले पिता भाई समेत तीन लोगों को दबोच लिया गया। चारो जेल भेजे गए हैं।
दरअसल मामला गोसाईगंज के वार्ड बाजार का है। यहां रहने वाले राम कुमार ने 27 सितंबर को शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके बेटे सुभाष को डायल 112 पुलिस लेकर गई थी और वो थाने से वापस नहीं आया। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तलाश के लिए तीन टीमें गठित की। जांच में लगभग 200 सीसीटीवी कैमरों की पड़ताल की गई।
पता चला कि 27 सितंबर की रात नौ बजे सुभाष थाने के मंदिर के चबूतरे पर बैठा था, और बाद में वह वहां से घर की ओर गया, लेकिन कुछ ही देर बाद घर वालों ने पुलिस को बताया कि युवक अभी तक वापस नहीं आया। फुटेज से ये भी पता चला कि 28 सितंबर को सुभाष ज्वैलर्स की दुकान और पास के होटल के सामने भी दिखाई दिया। इसके बाद पुलिस ने जांच बढ़ाई और शक के दायरे में आये सुभाष, उसके भाई शुभम, पिता राम कुमार और एक अन्य व्यक्ति अखिलेश गौतम के खिलाफ अपहरण की साजिश समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया।
सुभाष को किसान पथ के नीचे से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि फोन पर हुई बातचीत के साक्ष्य भी जांच में मिले। गिरफ्तारी के बाद सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया। पुलिस का कहना है कि सुभाष द्वारा झगड़ा करने की सूचना पर डायल 112 उसे लेकर थाने आई थी। जब उसे थाने लाया गया तो वो नशे की हालत में था। उसने पुलिसकर्मियों से अभद्रता भी की। नशे की हालत की वजह से उसे अभिरक्षा में नहीं लिया गया और थाने के बाहर मंदिर के चबूतरे पर बैठा दिया गया था। नशा कम होने पर वो उठकर चला गया। इसके बाद एक साजिश के तहत पूरे परिवार ने थाने से वापस न आने की बात कही। जिससे पुलिस के विरुद्ध मुकदमा दर्ज हो सके।