
मयंक चावला
आगरा, 7 जुलाई 2025:
मोहर्रम के अवसर पर रविवार को आगरा में पारंपरिक ताजिया जुलूस शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुए। शहर और आसपास के क्षेत्रों से हजारों की संख्या में ताजिये निकाले गए, जिन्हें कर्बला में सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
दिनभर ताजिया के जुलूसों के चलते शहर के प्रमुख मार्गों पर भारी जाम की स्थिति बनी रही। ट्रैफिक पुलिस द्वारा कई स्थानों पर रूट डायवर्जन लागू किया गया। हालांकि संकरी सड़कों और भारी भीड़ के कारण लोगों को वैकल्पिक मार्गों का सहारा लेना पड़ा।

शहर का सबसे आकर्षक और भव्य फूलों से सजा ताजिया कटरा दवकैयान (पाय चौकी) से निकला, जिसकी तीन दिनों तक जियारत की गई। मोहर्रम की दसवीं तारीख को निकाले गए इस ताजिये को देखने और मन्नतें मांगने के लिए हजारों लोग पहुंचे। यह जुलूस पारंपरिक अंदाज में अबू उल्लाह दरगाह स्थित कर्बला कब्रिस्तान तक पहुंचा।
वजीरपुरा, मंटोला, ढोलीखार, शाहगंज, लोहामंडी, न्यू आगरा, कमलानगर, शहीद नगर सहित विभिन्न इलाकों से भी छोटे-बड़े ताजिया जुलूस निकले। पूरे आगरा में 5000 से अधिक ताजिये निकाले गए। शाम को इमामबाड़ा से शहर का अंतिम और सबसे बड़ा जुलूस निकला, जो कर्बला परिसर तक पहुंचा। इस दौरान परिसर में शरबत और सेवा स्टॉल भी लगाए गए।
इस दौरान पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा संवेदनशील क्षेत्रों में ड्रोन कैमरों से निगरानी की गई और मिश्रित आबादी वाले इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई। प्रशासन की सख्ती के चलते जुलूसों में किसी भी प्रकार की तलवारबाजी नहीं हुई और सभी जुलूस तय रूट पर ही निकाले गए।






