
मयंक चावला
आगरा,23 दिसम्बर 2024:
उत्तर प्रदेश के आगरा के ट्रांस यमुना कॉलोनी का रहने वाला अभिषेक शर्मा, सुनहरे सपने और परिवार की आर्थिक मदद की उम्मीद लेकर छह महीने पहले साउथ अफ्रीका में नौकरी करने गया था। लेकिन वहां पहुंचने के बाद उसका सपना चकनाचूर हो गया। अभिषेक के परिवार का आरोप है कि कंपनी के मालिक ने उसका पासपोर्ट छीनकर उसे बंधक बना लिया है।
अभिषेक के पिता आलोक शर्मा ने बताया कि उनकी गली के एक युवक ने अभिषेक की नौकरी साउथ अफ्रीका में लगवाई थी। कंपनी के मालिक प्रदीप गजवानी ने अच्छे वेतन और रहने-खाने की सुविधा देने का वादा किया था। लेकिन वहां पहुंचने पर अभिषेक का पासपोर्ट जब्त कर लिया गया और उसे छह महीने से वेतन भी नहीं दिया गया। सिर्फ 15 दिन पहले उसे मात्र 30 हजार रुपये दिए गए।
16 दिसंबर को अभिषेक ने वीडियो कॉल कर अपनी स्थिति बताई। उसने बताया कि उसे दुर्व्यवहार और शोषण का सामना करना पड़ रहा है। जब उसने भारत लौटने की बात कही, तो मालिक ने 5 लाख रुपये की मांग की और कहा कि पैसे मिलने पर ही पासपोर्ट वापस किया जाएगा।
पिता आलोक शर्मा, जो एक प्राइवेट कंपनी में महज 10 हजार रुपये की नौकरी करते हैं, ने बताया कि उनके पास इतने पैसे जुटाने का कोई साधन नहीं है। उन्होंने बेटे को छुड़ाने के लिए पुलिस कमिश्नर से प्रार्थना पत्र देकर मदद की गुहार लगाई है। इसके साथ ही, एत्मादपुर के विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह से भी मुलाकात कर हस्तक्षेप की मांग की है।
परिवार अब प्रशासन और स्थानीय नेताओं से मदद की उम्मीद कर रहा है, ताकि अभिषेक को जल्द से जल्द स्वदेश वापस लाया जा सके और उसे इस यातना से मुक्ति मिले।






