
अयोध्या, 6 अक्टूबर 2025:
रामनगरी अयोध्या में आयोजित होने वाले भव्य-दिव्य दीपोत्सव की तैयारियां तेज हो गई हैं। इस वर्ष दीपोत्सव ऐतिहासिक बनने जा रहा है। 19 अक्टूबर को सरयू के 56 घाटों पर 28 लाख दीपों की अलौकिक रोशनी बिखेरी जाएगी। इस आयोजन के जरिए एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाने की भी तैयारी है।
दीपोत्सव की तैयारियों को गति देने के लिए घाटों की मार्किंग और सफाई का कार्य तेजी से चल रहा है। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय इस विशाल आयोजन का संचालन कर रहा है। विश्वविद्यालय के कुलपति कर्नल डॉ. बिजेंद्र सिंह के नेतृत्व में विशेष टीमें घाटों को व्यवस्थित और आकर्षक बनाने में जुटी हैं।
आयोजन से जुड़े एक अधिकारी के अनुसार हर घाट पर 4.5 स्क्वायर फीट क्षेत्र को चिन्हित किया जा रहा है, वहीं श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए पर्याप्त रास्ता भी छोड़ा गया है। अगले कुछ दिनों में मार्किंग कमेटी अपना कार्य पूर्ण कर लेगी। दीपों की आपूर्ति भी शीघ्र शुरू हो जाएगी।
आयोजन को सफल बनाने में 33 हजार वॉलंटियर्स सहयोग करेंगे। विश्वविद्यालय प्रशासन के मुताबिक इस भव्य दीपोत्सव का उद्देश्य केवल अयोध्या की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान को उजागर करना नहीं है, बल्कि “राम की नगरी, प्रकाश की नगरी” का संदेश पूरे विश्व में फैलाना है।
दीपोत्सव के दौरान सजे लाखों दीप न केवल श्रद्धालुओं को आकर्षित करेंगे, बल्कि अयोध्या की आध्यात्मिक आभा को अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी नई पहचान देंगे। प्रशासन ने सुरक्षा व व्यवस्थाओं पर विशेष ध्यान देते हुए सभी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है।