पटना, 13 जून 2025
बिहार में होने वाले आगामी चुनाव के लिए महागठबंधन के दलों के बीच राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। जानकारी अनुसार जल्द ही सभी दलों के बीच चुनाव को लेकर एक अहम बैठक हो सकती है, जिसमें आगामी चुनाव में महागठबंधन में सीटों को लेकर बन रहे विवाद पर चर्चा और सहमती की राह निकाली जा सकती है।
गुरुवार को पटना में इंडिया ब्लॉक की चौथे दौर की बैठक की अध्यक्षता करने वाले राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने बाद में मीडियाकर्मियों को बताया कि सभी बातों पर विस्तार से चर्चा की गई और प्रत्येक समिति को आगामी विधानसभा चुनाव के लिए एक विशिष्ट कार्य दिया गया है। उन्होंने बताया कि गुरुवार को हुई समन्वय समिति की बैठक में साझा चुनाव घोषणापत्र, एकीकृत चुनाव अभियान और जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं के बीच बेहतर समन्वय जैसे मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। मीडिया के एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “हमारा ध्यान सत्तारूढ़ गठबंधन को सत्ता से बाहर करने पर है। लोग बदलाव चाहते हैं और हम बिहार के लोगों के सपने को पूरा करने के लिए मिलकर लड़ेंगे। अन्य चीजें अब अप्रासंगिक हैं।”
सूत्रों ने बताया कि सभी छह गठबंधन सहयोगियों के नेताओं से कहा गया है कि वे पांचवें दौर की समन्वय समिति की बैठक से पहले उन निर्वाचन क्षेत्रों के नाम बताएं, जहां वे आगामी चुनावों में चुनाव लड़ना चाहते हैं। समन्वय समिति के प्रमुख तेजस्वी, राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेताओं के साथ आमने-सामने की बैठक करेंगे, जिसमें वे उन निर्वाचन क्षेत्रों की सूची के आधार पर चर्चा करेंगे, जहां से वे चुनाव लड़ना चाहते हैं। तेजस्वी के इस प्रयास को सहयोगी दलों को सीटें आवंटित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है।
सीपीआई-एमएल और मुकेश सहनी की पार्टी विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) द्वारा अधिक सीटों की मांग ने आरजेडी नेता को बेचैन कर दिया है। सीपीआई-एमएल ने जहां 40-45 सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है, वहीं वीआईपी ने दावा किया है कि उसने 60 सीटों के लिए तैयारी शुरू कर दी है।
कांग्रेस, जो कि भारतीय जनता पार्टी की एक प्रमुख सहयोगी है, ने पहले ही घोषणा कर दी है कि वह 2020 के विधानसभा चुनाव में लड़ी गई सीटों से समझौता नहीं करेगी। कांग्रेस ने 2020 के विधानसभा चुनाव में 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें से वह 19 सीटों पर जीत दर्ज कर सकी। सीटों को लेकर मचे इस घमासान पर कौन-किस बात पर राजी होता है यह तो समय ही बताएगा, लेकिन आगामी विधानसभा में होने वाला राजनीतिक घटनाक्रम दिलचस्प होगा।