शिव ओम दिक्षित
लखीमपुर खीरी, 20 दिसम्बर 2024:
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जनपद में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे ने अजान कस्बे और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। ठंड से न सिर्फ इंसान बल्कि पशु-पक्षी भी बेहाल हैं। कोहरे के कारण वाहनों की रफ्तार थम गई है, और ठंड से बचाव के लिए तहसील प्रशासन की ओर से किए गए अलाव जलाने के दावे केवल कागजों तक ही सीमित नजर आ रहे हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में कहीं भी जलते अलाव दिखाई नहीं दे रहे हैं, जिससे लोग ठिठुर-ठिठुर कर जीवन यापन करने को मजबूर हैं। इस लापरवाही से ग्रामीणों में तहसील प्रशासन के प्रति आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, गोला तहसील क्षेत्र में अलाव के नाम पर शासन से 50,000 रुपये भेजे गए हैं। साथ ही सख्त निर्देश दिए गए हैं कि जगह-जगह अलाव जलाकर लोगों को ठंड से राहत दी जाए। लेकिन अजान कस्बे और ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक अलाव जलाने की कोई व्यवस्था नहीं की गई है।
ग्रामीणों का आरोप है कि अधिकारी केवल फोटो खींचने के लिए अलाव जलवाते हैं और फिर वहां से चले जाते हैं। यह आरोप कितना सही है, यह तो जांच का विषय है, लेकिन आम जनता की शिकायतें लगातार बढ़ रही हैं। मजबूरी में लोग कूड़ा-कचरा, गत्ता और प्लास्टिक जलाकर ठंड से बचने की कोशिश कर रहे हैं।
इस संबंध में लेखपाल ने बताया, “कल प्रिंस फोटो स्टूडियो के पास अलाव जलाया गया था। तहसील प्रशासन की ओर से अजान कस्बे में केवल एक ही जगह अलाव जलाने का आदेश है। दूसरी जगह जलाने की अनुमति नहीं है।”
फिलहाल, अलाव व्यवस्था की कमी से ग्रामीणों की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं, और प्रशासन की लापरवाही पर सवाल खड़े हो रहे हैं।