
लखनऊ, 20 जुलाई 2025:
राजधानी लखनऊ के विभूतिखंड, गोमतीनगर में रविवार को तमाम कैब ड्राइवरों ने ओला, उबर, इन ड्राइव और रैपिडो जैसी कंपनियों के खिलाफ प्रदर्शन किया। ड्राइवरों ने सड़क पर लेटकर सरकार और कंपनियों के खिलाफ नारेबाजी की।
प्रदर्शनकारी ड्राइवरों की प्रमुख मांग है कि उत्तर प्रदेश में कैब एग्रीगेटर कंपनियों के लिए एक स्पष्ट और पारदर्शी एग्रीगेटर पॉलिसी लागू की जाए। उनका आरोप है कि कंपनियां प्रति किलोमीटर केवल 8 से 10 रुपये ही भुगतान कर रही हैं। दूसरी तरफ भारतीय कैब कंट्रोल बोर्ड के अस्थायी अध्यक्ष जाहिद प्रधान का कहना है कि यह दर कम से कम 22 रुपये प्रति किलोमीटर होनी चाहिए।
ड्राइवरों का कहना है कि कम किराए के चलते वे अपने परिवार का भरण-पोषण करने में असमर्थ हैं। कंपनियों द्वारा हर तीन महीने में 4000 रुपये टैक्स लिया जा रहा है। इसके साथ ही पुलिस द्वारा लगातार चालान और उत्पीड़न का भी सामना करना पड़ रहा है, भले ही कागजात पूरे हों।
कैब यूनियन का कहना है कि उन्होंने परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह को ज्ञापन सौंपा है। कई बार गांधी प्रतिमा स्थल पर प्रदर्शन भी कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। ड्राइवरों ने सरकार से तुरंत एग्रीगेटर नीति लागू करने, न्यूनतम किराया तय करने और पुलिस उत्पीड़न पर रोक लगाने की मांग की है।






