
रायपुर, 30 जुलाई 2025
छत्तीसगढ़ के मुंगेली ज़िले के कोशाबाड़ी गाँव से हत्या की एक खौफनाक घटना सामने आई है। यहां पर एक छिपे हुए खजाने की चाह में छह साल की एक बच्ची का अपहरण कर उसकी बलि दे दी गई। घटना उस समय हुई जब बच्ची अपनी माँ के पास सो रही थी। रिपोर्ट के अनुसार, बच्ची रात में अपनी माँ के साथ सोते समय लापता हो गई।
उसके अचानक गायब होने से परिवार में हड़कंप मच गया। काफ़ी खोजबीन के बाद भी बच्ची का कोई पता नहीं चल सका। कुछ दिनों बाद, गाँव के पास एक कब्रिस्तान में एक कंकाल मिला। जाँच में पुष्टि हुई कि यह कंकाल लापता बच्ची का ही था।
सूचना मिलते ही पुलिस ने जाँच शुरू कर दी। जाँच में पता चला कि लड़की की ननद ने ही इस वारदात की योजना बनाई थी। एक स्थानीय तांत्रिक ने सुझाव दिया था कि छिपे हुए धन को पाने के लिए लड़की की बलि दे दी जाए। ननद ने ₹500 में एक स्थानीय व्यक्ति को बुलाकर लड़की का अपहरण करवाया। आरोपी लड़की को कब्रिस्तान के पास एक सुनसान जगह पर ले गया और जादू-टोने के आरोप में उसकी हत्या कर दी।
मुंगेली पुलिस ने लड़की की भाभी, अपहरणकर्ता और तांत्रिक समेत पाँच लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना से स्थानीय लोगों में दहशत और आक्रोश फैल गया है। पुलिस ने जाँच तेज़ कर दी है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की माँग की जा रही है।
यह त्रासदी अंधविश्वास के गंभीर परिणामों को उजागर करती है। इस घटना से लड़की का परिवार गहरे सदमे में है। इस घटना ने समाज में जागरूकता की आवश्यकता को रेखांकित किया है, साथ ही बाल सुरक्षा पर एक गंभीर बहस का रास्ता भी खोल दिया है।






