
लखनऊ,3 फरवरी 2025: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों के समग्र विकास के लिए एक महत्वाकांक्षी पहल, “मुख्यमंत्री समग्र ग्राम विकास योजना” की शुरुआत जनवरी 2018 में की गई थी। इस योजना का उद्देश्य चयनित ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचा, शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, आजीविका, और सामुदायिक भागीदारी के माध्यम से विकास को गति प्रदान करना है।
योजना की शुरुआत:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस योजना की शुरुआत 2018 में की थी। अध्ययन एवं चर्चा के अनुसार, उत्तर प्रदेश सरकार ने ‘मुख्यमंत्री समग्र ग्राम विकास योजना’ को जनवरी 2018 में लागू करने का निर्णय लिया।
योजना के प्रमुख बिंदु:
• बुनियादी ढांचा विकास:
o ग्रामीण क्षेत्रों में पक्की सड़कों, विद्युतीकरण, पानी, और संचार सुविधाओं का विकास।
• शैक्षिक एवं स्वास्थ्य सेवाएँ:
o विद्यालयों और स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण एवं उन्नयन, जिससे ग्रामीण युवाओं के लिए बेहतर अवसर उपलब्ध हो सकें।
• आजीविका एवं कौशल विकास:
o ग्रामीणों को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम और वित्तीय सहायता।
• सामुदायिक भागीदारी:
o ग्राम पंचायतों को सहभागी नियोजन एवं निर्णय प्रक्रिया में सक्रिय रूप से शामिल करना।
सरकारी दृष्टिकोण एवं आगे की दिशा:
राज्य सरकार ने योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए संबंधित विभागों, पंचायतों एवं स्थानीय प्रशासन के बीच समन्वय बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। इस पहल से ग्रामीण इलाकों में विकास के साथ-साथ ग्रामीण जनजीवन में आत्मनिर्भरता एवं स्थायित्व लाने की उम्मीद जताई जा रही है।
मुख्यमंत्री समग्र ग्राम विकास योजना से ग्रामीण क्षेत्रों के दीर्घकालिक विकास को सुनिश्चित करने के साथ-साथ सामाजिक-आर्थिक बदलाव की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति की संभावना है। सरकारी अधिकारियों का मानना है कि इस योजना से न केवल बुनियादी सुविधाओं में सुधार होगा, बल्कि ग्रामीणों में विकास के प्रति जागरूकता एवं सामुदायिक भागीदारी भी मजबूत होगी।
 
				 
					





