नई दिल्ली, 20 जुलाई 2025
भारत और चीन के बीच लम्बे समय से चले आ रहे ब्रह्मपुत्र नदी के विवाद में अब एक और नया मोड़ सामने आ गया है। दरअसल हाल ही में चीन ने तिब्बत में यारलुंग त्सांगपो नदी (ब्रह्मपुत्र नदी) पर एक विशाल बांध का निर्माण शुरू कर दिया है। चीनी प्रधानमंत्री ली केकियांग ने शनिवार को इस परियोजना का शुभारंभ किया।
बताया जा रहा है कि चीन 1.2 ट्रिलियन युआन (167 अरब डॉलर) के निवेश से इस परियोजना का निर्माण कर रहा है। ड्रैगन देश को उम्मीद है कि इस परियोजना से उत्पादित बिजली तिब्बत के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों को भी मिलेगी। उसे उम्मीद है कि इस विशाल परियोजना से चीनी अर्थव्यवस्था को अच्छी गति मिलेगी।
हालांकि, विशेषज्ञ चेतावनी देते हैं कि ब्रह्मपुत्र नदी पर इतनी बड़ी परियोजना बनाने से भारत और चीन के बीच कूटनीतिक समस्याएँ ज़रूर पैदा होंगी। मालूम हो कि भारत ने भी कई बार आपत्ति जताई है कि यह परियोजना समस्याएँ पैदा करेगी और यह सही फैसला नहीं है।
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी हाल ही में चौंकाने वाली टिप्पणी की थी कि यह ‘वॉटर बम’ बन जाएगा। लेकिन चीन का तर्क है कि इस बांध से नदी के निचले इलाकों के लिए कोई समस्या नहीं होगी।