पटना, 6 मई 2025
बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे पास आ रहे है वैसे ही सरकार और विपक्ष दोनों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो चला है। हाल ही में राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बिहार के सीएम नीतिश कुमार पर ताजा हमला बोला है। पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि सीएम को हाईजैक कर लिया गया है और नीतीश कुमार की स्थिति से राजद आहत है। तेजस्वी यादव ने पटना में संवाददाताओं से कहा, “मुख्यमंत्री (नीतीश कुमार) जिस स्थिति से गुजर रहे हैं, उससे हम दुखी हैं… हम बार-बार मुख्यमंत्री से कहते हैं कि वह अब थक चुके हैं। मुख्यमंत्री यह साबित कर रहे हैं कि बिहार को कोई और चला रहा है, मुख्यमंत्री को हाईजैक कर लिया गया है।”इससे पहले 16 अप्रैल को, भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) ने आगामी बिहार विधानसभा चुनावों की तैयारी शुरू कर दी थी, जिसमें 200 से अधिक बूथ-स्तरीय एजेंटों ने दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डेमोक्रेसी एंड इलेक्शन मैनेजमेंट में राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लिया था।
सूत्रों के अनुसार, चुनाव आयोग ने इस वर्ष के अंत में होने वाले सुचारू, स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं। उल्लेखनीय है कि इस वर्ष फरवरी में नियुक्ति के बाद मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पहली बार विधानसभा चुनावों की देखरेख करेंगे। इस बीच, बिहार के 200 बीएलए के अलावा, आने वाले वर्षों में आईआईआईडीईएम में कुल 1 लाख अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। सीईसी ने 26 मार्च को प्रशिक्षण का उद्घाटन किया था और प्रशिक्षण के महत्व को रेखांकित किया था।
मुख्य चुनाव आयुक्त कुमार ने कहा, “भारत का चुनाव दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव है। इस चुनाव को संपन्न कराने के लिए चुनाव आयोग 10,50,000 बूथ स्थापित करता है। प्रत्येक मतदान केंद्र पर एक बूथ स्तर का अधिकारी होता है जो मतदाता सूची बनाने में मदद करता है और मतदाता सूची में नामों की जांच करने के लिए घर-घर जाता है।” आपको बता दे कि बिहार विधानसभा के सभी 243 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए चुनाव इस साल अक्टूबर या नवंबर में होने वाले हैं। पिछला विधानसभा चुनाव अक्टूबर-नवंबर 2020 में हुआ था।