
लखनऊ, 28 मार्च 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ स्थित विधान भवन में विकसित भारत युवा संसद महोत्सव का आगाज हुआ। सीएम ने कार्यक्रम में मौजूद युवाओं को जीवन के हर पहलू में आचार और विचार में समन्वय बनाकर आगे बढ़ने का मंत्र दिया वहीं राष्ट्रीय अखंडता के प्रति दायित्व का भी बोध कराया।
युवा संसद का उद्देश्य युवाओं में नेतृत्व का गुण विकसित करना
सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री की प्रेरणा से युवाओं की भूमिका को रेखांकित करने एवं उनमें नेतृत्व के गुण विकसित करने के उद्देश्य से ही इस अभियान को आरंभ किया गया। भावी भारत के लिए युवाओं की भूमिका किस रूप में रेखांकित करनी है। इसी को ध्यान में रखकर वर्ष 2019 से ‘युवा संसद’ के नए संकल्प को आगे बढ़ाने का कार्य हो रहा है।

लोकतंत्र के तीनों स्तम्भ के मिलकर काम करने से आता है सुशासन
लोकतंत्र के तीनों स्तंभ विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका जब मिलकर कार्य करते हैं, तो सुशासन के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद मिलती है और युवा संसद का यही उद्देश्य भी है। प्रदेश का युवा कहीं भी जाता है तो गर्व से बोलता है कि ‘हम उत्तर प्रदेश के हैं।
नई मंजिल की तलाश का मार्ग प्रशस्त करती है विफलता
सीएम ने युवाओं से मुखातिब होकर कहा कि
सफलता और असफलता के बीच बेहतर संतुलन होना चाहिए। सफलता से आपा नहीं खोना है और विफलता से हिम्मत नहीं खोनी है। अपने आप पर विश्वास बनाए रखना है। आचार और विचार में समन्वय, व्यक्ति को हमेशा एक नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए प्रेरित करता है। कोई भी सफलता आपको एक नई मंजिल की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करती है और हर विफलता आपके लिए एक नई मंजिल की तलाश का मार्ग प्रशस्त करती है।
राष्ट्रीय अखण्डता को कोई चुनौती न देने पाए ये हर नागरिक का दायित्व
सीएम ने कहा कि जब हम लीक से हटकर कुछ नया, कुछ अच्छा, कुछ अतिरिक्त करने का प्रयास करते हैं तो वह समाज के लिए एक प्रेरणा बन जाता है। पंच-प्रण’ की आधारशिला को आगे बढ़ाने के लिए युवा शक्ति को हमें जागरूक करना होगा। लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत है संवाद। राष्ट्रीय अखण्डता को कोई चुनौती न देने पाए, यह हर नागरिक का दायित्व है।
महाकुंभ में पुलिस की भूमिका राजा के सिपाही नहीं लोकतंत्र के सिपाही की तरह रही
महाकुम्भ-2025, प्रयागराज’ में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं का आना, विरासत के प्रति सम्मान के भाव को दर्शाता है। महाकुम्भ-2025, प्रयागराज’ में दो चीजों की चर्चा सबने की होगी। एक स्वच्छता की और दूसरी, पुलिस के व्यवहार की। महाकुम्भ में पुलिसकर्मियों का व्यवहार ‘राजा के सिपाही’ की तरह नहीं, ‘लोकतंत्र के सिपाही’ की तरह था।

विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा-सीएम बने महाकुंभ मैनेजमेंट के शिल्पकार
युवा संसद महोत्सव में युवाओं से पहले विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना मुखातिब हुए। उन्होंने कि सभी प्रतिभाशाली हैं तभी यहां तक आए हैं। टाइम मैनेजमेंट कमिटमेंट की सीख सीएम से लेने की बात कहते हुए संस्थाओं का सम्मान बनाये रखने को कहा। सतीश महाना ने सीएम को महाकुंभ के मैनेजमेंट के लिए शिल्पकार की संज्ञा दी। कार्यक्रम में राज्यसभा अध्यक्ष कुंवर मानवेन्द्र सिंह भी मौजूद रहे।
क्या है विकसित भारत युवा संसद
विधान भवन में आयोजित विकसित भारत युवा संसद महोत्सव दो दिन चलेगा। इसमें 240 युवा विधानसभा में भाषण देंगे। इनमें से तीन सर्वश्रेष्ठ युवा संसद जाएंगे। यहां से चुने गए सर्वश्रेष्ठ तीन युवा संसद में पीएम नरेंद्र मोदी के सामने बोलेंगे।