गोरखपुर, 10 दिसंबर 2025:
गोरखपुर प्रवास के दौरान बुधवार सुबह यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ जनता दर्शन में आम लोगों से रू-ब-रू हुए। महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में करीब 200 लोग अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ने हर व्यक्ति से व्यक्तिगत रूप से बातचीत की। उनकी बात ध्यान से सुनी और आश्वासन दिया कि हर समस्या का समाधान होगा। जनता दर्शन में महिलाओं की संख्या अधिक रही।

मुख्यमंत्री स्वयं कुर्सियों पर बैठे लोगों के बीच पहुंचे और एक-एक कर उनसे संवाद किया। उन्होंने सबको आश्वस्त किया कि किसी को परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। सरकार हर पीड़ित के साथ खड़ी है। हर मामले में कार्रवाई कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी मामले में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जमीन पर कब्जे की शिकायतें आने पर उन्होंने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि ऐसे मामलों में सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। एक महिला द्वारा मकान जलाए जाने की शिकायत सामने आने पर उन्होंने तुरंत अधिकारियों को कार्रवाई करने का आदेश दिया।
जनता दर्शन में कई लोग गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंचे थे। सीएम ने सभी को भरोसा दिलाया कि इलाज में धन की कमी किसी की बाधा नहीं बनेगी। उन्होंने अस्पतालों से इस्टीमेट तैयार कर जल्द शासन में भेजने के निर्देश दिए ताकि मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से समय पर सहायता प्रदान की जा सके।
गायों को अपने हाथ से खिलाई गुड़-रोटी, मोर को दुलराया
गोरखनाथ मंदिर में प्रवास के दौरान योगी की सुबह की परंपरागत दिनचर्या हमेशा की तरह आकर्षण का केंद्र रही। उन्होंने सबसे पहले गुरु गोरखनाथ के मंदिर में दर्शन-पूजन किया। अपने गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की प्रतिमा के सामने नमन किया। इसके बाद वह मंदिर परिसर का भ्रमण करने पहुंचे।
गोशाला में उन्होंने गायों और गोवंश को अपने हाथों से गुड़-रोटी खिलाई। मुख्यमंत्री के आते ही गोशाला में मौजूद मोर भी उनके पास पहुंच गए। योगी आदित्यनाथ ने स्नेहपूर्वक मोरों को दुलराया और उनको रोटी के टुकड़े खिलाए।
जनता दर्शन की संवेदनशीलता और गोसेवा की सहजता ने एक बार फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरल, सक्रिय और जन-संवेदनशील छवि को गोरखपुरवासियों के सामने मजबूत किया।






