
नई दिल्ली, 12 सितंबर 2025:
सीपी राधाकृष्णन ने शुक्रवार को देश के उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने राष्ट्रपति भवन में उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह, जेपी नड्डा के साथ पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी मौजूद रहे। इस्तीफा देने के बाद धनखड़ पहली बार किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में उपस्थित दिखे।
राधाकृष्णन ने गत 9 सितंबर को हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार के रूप में विपक्ष के प्रत्याशी व पूर्व जस्टिस बी सुदर्शन रेड्डी को हराया था। यह चुनाव जगदीप धनखड़ के 21 जुलाई को अचानक स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा देने के बाद आयोजित किया गया था।

उपराष्ट्रपति चुने जाने से पहले राधाकृष्णन महाराष्ट्र के राज्यपाल थे। उन्होंने शपथ से पहले इस पद से इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे के बाद गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत को महाराष्ट्र का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
सीपी राधाकृष्णन का राजनीतिक करियर लंबा और सक्रिय रहा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से सार्वजनिक जीवन की शुरुआत करने वाले राधाकृष्णन 1974 में भारतीय जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी समिति के सदस्य बने। इसके बाद 1996 में उन्हें तमिलनाडु भाजपा का सचिव नियुक्त किया गया। वह 1998 और 1999 में कोयंबटूर से दो बार लोकसभा सांसद चुने गए।
सांसद रहते हुए उन्होंने संसदीय स्थायी समिति (कपड़ा मंत्रालय) की अध्यक्षता की और स्टॉक एक्सचेंज घोटाले की जांच समिति में भी सदस्य रहे। राधाकृष्णन की शादी सुमति से हुई है और उनके एक बेटा और एक बेटी हैं। दक्षिण भारत में भाजपा के विस्तार में उनकी भूमिका अहम रही है।






