
हरेन्द्र दुबे
गोरखपुर, 3 दिसंबर 2024:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को ताल नदोर में निर्माणाधीन पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने इसे, इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम और कान्हा गोशाला के साथ, एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परियोजना पूर्वी उत्तर प्रदेश में विकास का नया मॉडल बनेगी और क्षेत्र की संभावनाओं को आगे बढ़ाएगी।
पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय की प्रगति का अवलोकन
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने वेटरनरी कॉलेज की डिजाइन, लेआउट और मॉडल का विस्तार से अवलोकन किया। उन्होंने निर्देश दिया कि पशुओं के चारागाह और उनकी देखभाल के लिए पर्याप्त जमीन आरक्षित की जाए। साथ ही, गर्मियों के मौसम में पशुओं की सुविधा के लिए जरूरी इंतजाम किए जाने पर जोर दिया। यह महाविद्यालय न केवल पशुओं के इलाज बल्कि नस्ल सुधार और पशु चिकित्सकों के प्रशिक्षण का केंद्र बनेगा।
इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम और कान्हा गोशाला
मुख्यमंत्री ने बताया कि ताल नदोर में 80-100 एकड़ में प्रस्तावित इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम का प्रारंभिक सर्वे पूरा हो चुका है। 52 एकड़ में बनने वाली कान्हा गोशाला को भी इसी परियोजना का हिस्सा बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने सभी योजनाओं को एक समेकित दायरे में लाने और तेजी से क्रियान्वयन के निर्देश दिए।
नेट जीरो एनर्जी पर आधारित होगा महाविद्यालय परिसर
इस परियोजना में लगभग 350 करोड़ रुपये की लागत आएगी। पहले चरण में 277 करोड़ रुपये की लागत से एकेडमिक ब्लॉक, हॉस्पिटल ब्लॉक, छात्रावास, ऑडिटोरियम, और अन्य सुविधाओं का निर्माण मार्च 2026 तक पूरा किया जाएगा। परिसर को ‘नेट जीरो एनर्जी’ अवधारणा पर तैयार किया जाएगा, जिसमें ऊर्जा दक्षता और पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता दी जाएगी।
भारतीय परंपरा पर आधारित डिजाइन
पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय की डिजाइन भारतीय परंपरा और राजा शालिहोत्र की परिकल्पना पर आधारित है, जिन्हें पशु चिकित्सा विज्ञान का जनक माना जाता है। यह महाविद्यालय नस्ल सुधार और पशु चिकित्सकों के प्रशिक्षण के लिए देशभर में एक मॉडल बनेगा।
भविष्य में विश्वविद्यालय के रूप में उन्नति
मुख्यमंत्री ने महाविद्यालय को भविष्य में विश्वविद्यालय के रूप में अपग्रेड करने का भरोसा दिया। यह संस्थान पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय, मथुरा से संबद्ध होगा और पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी बिहार और नेपाल के पशुपालकों को लाभान्वित करेगा।
फोरलेन एप्रोच मार्ग का निर्माण
पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय के लिए गोरखपुर-वाराणसी हाईवे से 450 मीटर लंबा फोरलेन एप्रोच मार्ग बनाया जाएगा। इस पर कुल 7.74 करोड़ रुपये की लागत आएगी, जिसमें भूमि अधिग्रहण और निर्माण कार्य शामिल है।
समापन में मुख्यमंत्री की अपील
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने भाजपा कार्यकर्ताओं और अधिकारियों से संवाद कर परियोजनाओं को समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा करने की अपील की। विधायक विपिन सिंह, भाजपा महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता सहित कई अधिकारी और कार्यकर्ता इस अवसर पर उपस्थित रहे।
ताल नदोर की यह परियोजना क्षेत्र के विकास और पशुपालकों की सुविधा के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी।






