
लखनऊ, 21 अप्रैल 2025:
यूपी में थाना प्रभारियों की तैनाती को लेकर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के भेदभाव संबंधी बयान पर पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। डीजीपी ने कहा कि जिम्मेदार पदों पर बैठे नेताओं को भ्रामक और तथ्यहीन बयान देने से बचना चाहिए, जिससे समाज में भ्रम की स्थिति न पैदा हो।
अखिलेश ने जातिगत आधार पर थाना प्रभारियों की तैनाती का लगाया था आरोप
प्रशांत कुमार ने स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया पर जो पोस्ट वायरल हो रही हैं, जिनमें जातिगत आधार पर थाना प्रभारियों की तैनाती का दावा किया जा रहा है, वे भ्रामक और तथ्यविहीन हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस अधिकारियों की तैनाती पूरी तरह शासन के दिशा-निर्देशों के अनुसार हो रही है। सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व दिया गया है।
डीजीपी ने कहा कि वायरल हो रहे आंकड़े गलत हैं और संबंधित जिलों द्वारा उनका खंडन करते हुए सही जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने दोहराया कि तैनाती प्रक्रिया में जनरल, एससी, एसटी और ओबीसी सभी वर्गों के अधिकारियों को उचित प्रतिनिधित्व दिया जा रहा है।
गौरतलब है कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव पहले भी योगी सरकार पर थाना प्रभारियों की तैनाती में जातिवाद का आरोप लगाते रहे हैं। हाल ही में लखनऊ के एक कार्यक्रम में भी उन्होंने कहा था कि उत्तर प्रदेश का अगला डीजीपी कार्यवाहक होगा और एक खास जाति से होगा।






