नई दिल्ली, 29 जुलाई 2025:
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर मंगलवार को लोकसभा में चर्चा के दौरान सपा मुखिया एवं सांसद अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने पहलगाम हमले को एक “बड़ा इंटेलिजेंस फेलियर” करार देते हुए केंद्र की नीतियों और फैसलों पर गंभीर सवाल उठाए।
अखिलेश यादव ने कहा कि पहलगाम और पुलवामा में जो भी हुआ है, वो इंटेलिजेंस की बहुत बड़ी विफलता है। यह सरकार के लिए शर्म की बात है कि हम यहां ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा करने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि देश की सेना दुनिया की सबसे साहसी सेनाओं में से एक है। उसके शौर्य पर देश को गर्व है लेकिन सरकार की विफलता इस बात से जाहिर होती है कि इतना बड़ा सैन्य ऑपरेशन हुआ और इसके पीछे की असफलताओं पर कोई जवाबदेही तय नहीं की गई।
अखिलेश ने कहा कि जब ऑपरेशन चल रहा था, तब कुछ न्यूज चैनल्स ने तो यहां तक दिखा दिया कि कराची हमारा हो जाएगा। किसी ने कहा कि छह महीने और मिल जाएं तो पीओके भी हमारा होगा। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि सरकार के तमाम ‘इंजन’ आमतौर पर टकराते रहते हैं, लेकिन इस मुद्दे पर एकजुट नजर आ रहे हैं।
सीजफायर के मुद्दे पर भी अखिलेश यादव ने सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि सीजफायर किस दबाव में किया गया। क्या सरकार को खुद भी पता था कि अब हालात काबू में नहीं हैं? उन्होंने सवाल उठाया कि सरकार इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठा रही है और आने वाले समय में देश को और कितने ऑपरेशन सिंदूर देखने पड़ सकते हैं।
अखिलेश यादव का यह बयान ऐसे समय में आया है जब सरकार ऑपरेशन सिंदूर को अपनी बड़ी सैन्य और रणनीतिक सफलता के रूप में पेश कर रही है। विपक्ष इसे सरकार की नीतिगत विफलता बता रहा है और लगातार जवाबदेही की मांग कर रहा है।