
नई दिल्ली, 24 जुलाई 2025
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कारोबारी अनिल अंबानी को बड़ा झटका दिया है। इसके तहत वह सुबह से ही उनके नेतृत्व वाली रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप (RAAGA) कंपनियों के संबंध में मुंबई और दिल्ली में कुल 50 स्थानों पर एक साथ तलाशी ले रहा है। मालूम हो कि भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने हाल ही में अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) के ऋण खातों को धोखाधड़ी वाला घोषित किया था।
हालांकि, ऐसा प्रतीत होता है कि ये तलाशी मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले के सिलसिले में की गई थी। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दर्ज एफआईआर के आधार पर जांच शुरू करने वाले ईडी ने अपना पूरा ध्यान रिलायंस कम्युनिकेशंस और अन्य संबद्ध कंपनियों पर केंद्रित कर दिया है। ईडी को राष्ट्रीय आवास बैंक (एनएचबी) और भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) जैसी अन्य संस्थाओं में अनिल अंबानी द्वारा की गई धोखाधड़ी की जानकारी मिलने के बाद ये तलाशी अत्यंत महत्वपूर्ण हो गई है।
इस बीच, अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस समूह की कंपनियाँ पिछले कुछ वर्षों से वित्तीय कठिनाइयों और कानूनी समस्याओं का सामना कर रही हैं। अगस्त 2024 में, सेबी ने रिलायंस होम फाइनेंस (आरएचएफएल) से धन की हेराफेरी के आरोप में अनिल अंबानी को पाँच साल के लिए प्रतिभूति बाजार में भाग लेने से प्रतिबंधित कर दिया था।
अनिल अंबानी और 24 अन्य कंपनियों पर 25 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया, जबकि आरएचएफएल पर छह महीने के प्रतिबंध के साथ 6 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया। सेबी की जाँच के दौरान, अनिल अंबानी पर अपनी कंपनियों से जुड़ी कंपनियों को ऋण के रूप में धन हस्तांतरित करने का आरोप लगाया गया था।






