एमएम खान
मोहनलालगंज/लखनऊ, 17 दिसंबर 2025:
खाद का संकट, नहरों में पानी न पहुंचने और जर्जर सड़कों जैसी बुनियादी समस्याओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के बैनर तले बड़ी संख्या में किसानों ने बुधवार को यूपी की राजधानी लखनऊ में डीएम कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन किया।
संगठन के जिलाध्यक्ष राजेश रावत व अन्य पदाधिकारियों के साथ प्रदर्शन करने पहुंचे किसानों का कहना है कि लखनऊ में यूरिया खाद की भारी किल्लत बनी हुई है। इससे फसल प्रभावित होने का खतरा है। उन्होंने मांग की कि तत्काल जनपद की सभी सहकारी समितियों पर पर्याप्त मात्रा में यूरिया उपलब्ध कराई जाए। इसके साथ ही शारदा नहर की लखनऊ-रायबरेली रजबहा में टेल तक शीघ्र पानी पहुंचाने और हैदरगढ़ फीडर नहर से निकाली गई सिल्ट को पटरी से हटाने की भी मांग उठाई गई।

प्रदर्शन के दौरान मोहनलालगंज क्षेत्र की जर्जर सड़कों का मुद्दा भी प्रमुखता से उठाया गया। किसानों ने बताया कि ग्राम पंचायत उतरावां में ग्राम गढ़ी से पड़रिया मोड़ तक लगभग एक किलोमीटर तथा मदापुर मंदिर के पास कलंदर खेड़ा रोड से किसान मंडी होते हुए करीब 700 मीटर सड़क जिला पंचायत द्वारा बनाई गई थी। ये अब पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है। पिछले वर्ष भाकियू के धरना-प्रदर्शन के बाद सड़क निर्माण का आश्वासन दिया गया था लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
इसके अलावा रमपुरा से कमलापुर बिचिलका रोड तक मंडी समिति द्वारा बनाई गई लगभग एक किलोमीटर लंबी सड़क भी अत्यंत जर्जर है। यह गांव के आवागमन का एकमात्र मार्ग है। किसानों ने इस सड़क के तत्काल निर्माण की मांग की।
किसानों ने यह भी मांग रखी कि किसान संगठनों की आड़ में अवैध गतिविधियों में संलिप्त और आपराधिक इतिहास वाले व्यक्तियों की गहन जांच कर उनके खिलाफ कठोर वैधानिक कार्रवाई की जाए, ताकि किसान आंदोलन की गरिमा बनी रहे।
धरना प्रदर्शन के बाद किसानों ने एसीएम तृतीय कमलेश गोयल को मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन सौंपा। जिलाध्यक्ष राजेश रावत ने चेतावनी दी कि यदि मांगें शीघ्र पूरी नहीं हुईं तो आंदोलन को प्रदेश स्तर तक विस्तार दिया जाएगा। इस मौके पर मंडल अध्यक्ष अनार सिंह, कोषाध्यक्ष बिंदु वर्मा सहित कई किसान नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे।






