Punjab

पंजाब के चंडीगढ़ में कोरोना से पहली मौत, यूपी के 40 वर्षीय व्यक्ति ने इलाज के दौरान तोड़ा दम

चंडीगढ़, 29 मई 2025

देश में तेजी से फैल रहे कोरोना के मामले में होने वाली मौतों ने एक बार फिर से लोगों के बीच डर का माहौल बना दिया है। बीते दिने पंजाब के चंडीगढ में कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत का पहला मामला सामने आया है। मामले में संबंधित अधिकारी ने बुधवार को बताया कि सेक्टर 32 स्थित गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (जीएमसीएच) में कोविड-19 वायरस के कारण 40 वर्षीय एक मरीज की मौत हो गई।

एएनआई से बात करते हुए जीएमसीएच के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट जीपी थामी ने मरीज की मौत की पुष्टि करते हुए बताया कि मरीज को लुधियाना से रेफर किया गया था और दो दिन पहले उसे सांस लेने में गंभीर समस्या के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मरीज की मंगलवार को कोविड-19 जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी और बुधवार की सुबह उसकी मौत हो गई। अस्पताल की तैयारियों के बारे में पूछे जाने पर अधिकारी ने बताया कि उन्होंने एक आइसोलेशन वार्ड बना लिया है। थामी ने कहा, “कल एक मरीज आया था। उसमें कोविड का पता चला था। आज सुबह करीब 4 बजे उसकी मौत हो गई…वह 40 साल का था और फिरोजाबाद, यूपी का रहने वाला था। उसे सांस लेने में तकलीफ और बुखार था, फिर उसे लुधियाना से यहां रेफर किया गया…हमने एक आइसोलेशन वार्ड बनाया है। हमें संदेह है कि यहां कोविड से पीड़ित और भी लोग आ सकते हैं…वैरिएंट की अभी तक पहचान नहीं हुई है…अभी यह प्रारंभिक चरण में है।”

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने पुष्टि की है कि देश के कुछ हिस्सों में कोविड-19 के मामले फिर से सामने आए हैं, लेकिन वर्तमान में प्रचलन में मौजूद वेरिएंट में ओमिक्रॉन स्ट्रेन के समान हल्के लक्षण दिख रहे हैं। डॉ. डैंग्स लैब के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अर्जुन डैंग के अनुसार, कोविड-19 के बढ़ते मामले ओमिक्रॉन वायरस के उप-वंश से संबंधित हैं। डांग ने आगे बताया कि तमिलनाडु और गुजरात जैसे राज्यों में जिन वेरिएंट को ‘निगरानी में रखे गए वेरिएंट’ नाम दिया गया था, वे एलएफ7 और एनवी181 प्रकार के थे और अधिक संक्रामक थे। डांग ने एएनआई को बताया, “हमें यह समझना चाहिए कि वर्तमान में फैल रहे वेरिएंट फिर से ओमिक्रॉन वायरस की एक उप-प्रजाति हैं। इसके अतिरिक्त, तमिलनाडु और गुजरात जैसे राज्यों में, हमारे पास कुछ अन्य उप-वेरिएंट हैं जिन्हें वेरिएंट अंडर मॉनिटरिंग नाम दिया गया है, और ये मूल रूप से दो प्रकार के हैं, एलएफ 7 और एनवी 181। वर्तमान में, हम जो मामले देख रहे हैं वे अधिक संक्रामक हैं। वे लोगों को आसानी से संक्रमित कर सकते हैं, लेकिन फिर से, गंभीरता के दृष्टिकोण से, अब तक, हमने कोई गंभीर मामला नहीं देखा है।”

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि भारत में कोविड-19 के 1,009 सक्रिय मामले हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, भारत में कोविड-19 के कुल 1009 सक्रिय मामले हैं, जिनमें से 752 नए मामले हाल ही में सामने आए हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, केरल वर्तमान में सबसे अधिक 430 सक्रिय मामलों के साथ शीर्ष पर है। उल्लेखनीय मामले वाले अन्य राज्यों में महाराष्ट्र (209), दिल्ली (104), गुजरात (83) और कर्नाटक (47) शामिल हैं।

 

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