
जयपुर, 25 अप्रैल 2025
राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक सरकारी स्कूल के शिक्षक को हाल ही में हुए पहलगाम आतंकवादी हमले के संबंध में विवादास्पद और आपत्तिजनक व्हाट्सएप स्टेटस पोस्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस पोस्ट में भारतीय सेना, सरकार और मीडिया के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की गई थी, जिससे लोगों में आक्रोश फैल गया। जसवंत डाभी नामक शिक्षक बाड़मेर के गुड़ामालानी के पायला कलां ब्लॉक के दीपाजी की ढाणी प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत हैं। उन्होंने कथित तौर पर 24 अप्रैल को एक स्टेटस पोस्ट किया था, जो जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए घातक आतंकवादी हमले के ठीक दो दिन बाद था, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी।
अपने व्हाट्सएप स्टेटस में डाभी ने मृतकों की सूची शेयर करते हुए लिखा, “अगर उन्हें उनका धर्म पूछकर मारा गया होता तो शायद आज सैयद आदिल हुसैन शाह ज़िंदा होते, लेकिन इस देश का मीडिया झूठ फैलाने में व्यस्त है। इससे एक बात तो तय है- पुलवामा की तरह यह हमला भी प्रोपेगेंडा का हिस्सा बन जाएगा।”
सोशल मीडिया पर इस पोस्ट की खूब निंदा हुई और स्क्रीनशॉट तेजी से प्रसारित किए गए। जवाब में बाड़मेर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और 25 अप्रैल को डाभी को गिरफ्तार कर लिया। एक ट्वीट में पुलिस ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा, “शिक्षक जसवंत डाभी को गिरफ्तार कर लिया गया है।” गुड़ामालानी थाना अधिकारी देवीचंद ढाका ने पुष्टि की कि डाभी से फिलहाल पूछताछ चल रही है।
जनता में आक्रोश के कारण सख्त कार्रवाई की मांग की गई तथा शिक्षा विभाग ने भी जांच शुरू कर दी है। मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (सीबीईओ) ईश्वर जाखड़ ने कहा, “हमने पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी (पीईईओ) करनाराम को जांच कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। आगे की कार्रवाई के लिए रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी।” इस बीच, बाड़मेर के पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र सिंह मीना ने सोशल मीडिया पर निगरानी के महत्व पर जोर दिया। मीना ने कहा, “पहलगाम आतंकी हमले के बाद जोधपुर रेंज के आईजी विकास कुमार ने हमें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया है। सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”






