
अहमदाबाद, 1 मार्च 2025
गुजरात के द्वारका में एक मंदिर से शिवलिंग चुराने और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के अवसर पर अपने घर में इसकी प्राण प्रतिष्ठा करने के आरोप में एक परिवार के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि परिवार की एक लड़की को इसके बारे में सपना आया था।
द्वारका के हर्षद के प्राचीन भेड़भंजन महादेव मंदिर से शिवलिंग चोरी होने के बाद अधिकारियों को शुरू में संदेह हुआ कि इसे समुद्र में फेंक दिया गया है। हालांकि, बाद में पता चला कि द्वारका से 500 किलोमीटर दूर साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर के एक परिवार ने इसे चुराया था।
प्रारंभिक जांच के आधार पर पुलिस ने पाया कि परिवार की एक लड़की को सपना आया था, जिसमें उसे विश्वास था कि भेड़भंजन महादेव मंदिर के शिवलिंग को घर लाने और उसका अभिषेक करने से उनकी समस्याएं समाप्त हो जाएंगी और समृद्धि आएगी। महेंद्र मकवाना की भतीजी को सपना आया था, जिसके बाद परिवार ने शिवलिंग चुराने का फैसला किया। चोरी को अंजाम देने के लिए परिवार के सात-आठ सदस्य द्वारका गए और कुछ दिन वहीं रहे। उन्होंने मंदिर की रेकी की और शिवलिंग चुराने के बाद घर लौट आए और महाशिवरात्रि के दिन इसे अपने घर में स्थापित कर दिया।
द्वारका के एसपी नीतीश पांडे ने बताया, “हमने सभी आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। महेंद्र की भतीजी को सपना आया था कि अगर वे अपने घर में हर्षद के भीडभंजन महादेव का शिवलिंग स्थापित करेंगे तो इससे सौभाग्य आएगा और परिवार तरक्की करेगा। परिवार के सभी सदस्यों ने मिलकर एक योजना बनाई और उसे लागू किया।” उन्होंने बताया कि महेंद्र के अलावा वनराज, मनोज और जगत के अलावा परिवार की तीन महिलाओं को भी गिरफ्तार किया गया है। चोरी हुए शिवलिंग को पुलिस ने बरामद कर लिया और उसे द्वारका स्थित मंदिर में पुनः स्थापित कर दिया गया।






