
गुवाहाटी, 13 फरवरी 2025
पुलिस ने बुधवार को बताया कि 42 वर्षीय एक महिला और उसकी बेटी की उसके पति ने कथित तौर पर हत्या कर दी, जिसके बाद पति ने भी गुवाहाटी में अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
हत्याएं उस व्यक्ति के जेल से बाहर आने के कुछ दिनों बाद ही हुईं। उस पर मृतक लड़की, जो महिला के पहले पति की बेटी थी, का यौन उत्पीड़न करने का आरोप था।
डीसीपी (मध्य) अमिताभ बसुमतारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि महिला पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे में डीजल इंजन हेल्पर के रूप में काम करती थी और हत्याएं राज्य की राजधानी के बामुनीमैदम इलाके में उसके सरकारी क्वार्टर में हुईं।
उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान जूली डेका, उनकी 15 वर्षीय बेटी और लोहित ठाकुरिया (47) के रूप में हुई है।
मामले का ब्यौरा देते हुए बासुमतारी ने कहा कि डेका को अपने पहले पति की मृत्यु के बाद अनुकंपा के आधार पर रेलवे की नौकरी मिली थी और बाद में उसने ठाकुरिया से विवाह कर लिया था। उन्होंने कहा, “पिछले साल जुलाई में उसने अपने पति के खिलाफ अपनी बेटी का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी। पोक्सो के तहत मामला दर्ज किया गया और ठाकुरिया को जेल भेज दिया गया। वह कुछ दिन पहले ही बाहर आया है।”
बासुमतारी ने बताया कि पड़ोसियों के अनुसार, वह मंगलवार रात महिला और उसकी बेटी से मिलने गया था और उसके बाद झगड़ा हो गया। उन्होंने बताया, “पड़ोसियों ने सोचा कि यह एक सामान्य पारिवारिक झगड़ा है। रात करीब दो बजे ठाकुरिया ने अपने एक रिश्तेदार को संदेश भेजा कि उसने अपनी पत्नी और बेटी की हत्या कर दी है तथा वह खुद भी आत्महत्या कर लेगा।”
जब दोपहर तक कोई भी घर से बाहर नहीं आया तो पड़ोसियों को संदेह हुआ और उन्होंने पुलिस को सूचना दी।
बसुमतारी ने कहा, “प्रथम दृष्टया जांच के अनुसार, पुलिस टीम ने पाया कि मां को लकड़ी के टुकड़े से मारा गया था, जबकि लड़की का गला चाकू से काटा गया था। पति का शव छत से लटका हुआ था।” उन्होंने बताया कि तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और आगे की जांच जारी है।






