मुंबई, 14 अगस्त 2025
महाराष्ट्र में एक बार फिर शिवसेना ने यूबीटी पर मुंबई और महाराष्ट्र का महत्व कम करने का आरोप लगाया है। शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि राज्य में ऐसी कोशिशें हो रही हैं, जिससे मराठी अस्मिता और मुंबई की पहचान कमजोर होगी।
उन्होंने सत्तारूढ़ शिवसेना को ‘धनुष-बाण’ चुनाव चिह्न देने के विधानसभा अध्यक्ष के फैसले के खिलाफ अपनी पार्टी की याचिका पर तुरंत सुनवाई करने की सुप्रीम कोर्ट से अपील की है और कहा है कि अगर न्याय नहीं हुआ तो लोकतंत्र मर जाएगा। उद्धव ठाकरे ने परोक्ष रूप से महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने आरोप लगाया कि हिंदी भाषा को दबाने और विदेशी मानसिकता को बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है।
उन्होंने कहा, “मराठी लोगों को संघर्ष के बाद मुंबई मिली थी, लेकिन आज फिर से उसी तरह के संघर्ष की ज़रूरत महसूस हो रही है।” ठाकरे ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी और ‘मार्मिक’ का मिशन तब तक जारी रहेगा जब तक ऐसे प्रयास करने वालों को राजनीतिक रूप से हटा नहीं दिया जाता। उद्धव ठाकरे ने कहा कि चाहे कबूतरों को दाना खिलाने का मुद्दा हो या आवारा कुत्तों पर सुप्रीम कोर्ट का आदेश, इन मुद्दों पर विवाद पैदा करके जनता का ध्यान असली मुद्दों से भटकाया जा रहा है।
उन्होंने भारत के मुख्य न्यायाधीश भूषण आर. गवई की प्रशंसा की, जिन्होंने बुला कुत्ते के मामले की तत्काल सुनवाई का वादा किया था। ठाकरे ने कहा कि जनता के आक्रोश को देखते हुए यह सही कदम था। विधानसभा अध्यक्ष के फैसले को चुनौती देने वाली अपनी पार्टी की याचिका का हवाला देते हुए, उद्धव ठाकरे ने कहा कि तीन-चार साल बीत गए, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने चेतावनी दी, “कोई नहीं जानता कि लोकतंत्र कब खत्म हो जाएगा। अगर न्याय नहीं हुआ, तो लोकतंत्र खत्म हो जाएगा।” उन्होंने हाथ मिलाकर अदालत से जल्द सुनवाई की गुहार लगाई और कहा कि यह सिर्फ एक पार्टी का सवाल नहीं, बल्कि पूरे देश के लोकतंत्र का सवाल है।