
नई दिल्ली, 5 दिसम्बर 2024:
दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने बांग्लादेश के प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस को चिट्ठी लिखकर वहां हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचारों पर गहरी चिंता व्यक्त की है। इमाम ने बांग्लादेश में मंदिरों की तोड़फोड़, दुकानों को जलाने और महिलाओं पर हमलों को लेकर सख्त नाराजगी जताई। उन्होंने प्रधानमंत्री से अपील की कि इन घटनाओं को तुरंत रोका जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
इमाम बुखारी ने चिट्ठी में लिखा कि एक लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष देश में सभी नागरिकों को समान अधिकार मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि धार्मिक अल्पसंख्यकों को निशाना बनाना मानवता और कानून दोनों के खिलाफ है। इन घटनाओं से न केवल बांग्लादेश की छवि खराब हो रही है, बल्कि दोनों देशों के बीच रिश्तों पर भी असर पड़ सकता है।
इमाम ने बांग्लादेश को भारत के ऐतिहासिक योगदान की याद दिलाते हुए लिखा कि 1971 के मुक्ति संग्राम में भारत ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा कि भारत ने लाखों शरणार्थियों को शरण दी और बांग्लादेश को पाकिस्तान से स्वतंत्र कराने में निर्णायक भूमिका निभाई। भारत ने हमेशा बांग्लादेश के विकास और हितों का समर्थन किया है। इमाम ने जोर देकर कहा कि भारत के इस समर्थन का सम्मान करते हुए बांग्लादेश सरकार को अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
यह चिट्ठी न केवल बांग्लादेश सरकार के लिए एक सख्त संदेश है, बल्कि भारत और बांग्लादेश के संबंधों को बेहतर बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम भी है। इमाम बुखारी ने धार्मिक सौहार्द और शांति बनाए रखने की अपील की है।






