
मुंबई, 4 जुलाई 2025
महाराष्ट्र में किसानों की आत्महत्या एक बार फिर चर्चा का विषय बन गई है । राज्य के राज्य मंत्री मकरंद जाधव ने विधान परिषद में खुलासा किया कि इस साल के पहले तीन महीनों में 767 किसानों ने आत्महत्या की है। खराब बारिश, कर्ज का बोझ, फसल का नुकसान और सरकार से मदद न मिलने जैसी वजहों से किसान गहरे निराशा में हैं। ये आंकड़े राज्य के कृषि क्षेत्र की गिरावट का सबूत हैं।
राहुल गांधी ने सरकार को घेरा :
विपक्ष के नेता और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने किसानों की आत्महत्या और किसानों पर कर्ज के बोझ के प्रति केंद्र सरकार की लापरवाही पर अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा है कि किसान दिन-ब-दिन कर्ज में डूबते जा रहे हैं।
राहुल ने गुरुवार को ‘एक्स’ पर एक खबर का स्क्रीनशॉट पोस्ट कर केंद्र और महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा, जिसमें कहा गया है कि कर्ज के कारण महाराष्ट्र में जनवरी से मार्च 2025 तक 767 किसानों ने आत्महत्या की है। उन्होंने कहा, “यह सिर्फ एक संख्या नहीं है, यह 767 परिवारों की त्रासदी है। ये परिवार कभी उबर नहीं पाएंगे। फिर भी राज्य और केंद्र में डबल इंजन वाली सरकार चुपचाप और उदासीनता से देख रही है।”
सोचिए.. सिर्फ 3 महीनों में महाराष्ट्र में 767 किसानों ने आत्महत्या कर ली।
क्या ये सिर्फ एक आंकड़ा है? नहीं। ये 767 उजड़े हुए घर हैं। 767 परिवार जो कभी नहीं संभल पाएंगे।
और सरकार? चुप है। बेरुख़ी से देख रही है।
किसान हर दिन कर्ज़ में और गहराई तक डूब रहा है – बीज महंगे हैं, खाद… pic.twitter.com/uDzFpYoMrG
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 3, 2025
राहुल ने कहा कि बीज, खाद और डीजल की कीमतों में वृद्धि के कारण किसान कर्ज में डूब रहे हैं और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी गारंटी का अभाव उन्हें और अधिक मुश्किलों और नुकसान में धकेल रहा है। उन्होंने किसानों की कर्जमाफी की मांग पर ध्यान न देने और कॉरपोरेट और अमीरों के हजारों करोड़ रुपये के कर्ज माफ करने के लिए सरकार की आलोचना की। उन्होंने इस अवसर पर अनिल अंबानी से जुड़े 48,000 करोड़ रुपये के एसबीआई ‘धोखाधड़ी’ मामले का जिक्र किया। “किसानों की आय दोगुनी करने का मोदी का वादा पानी का बुलबुला बन गया है। किसानों की जिंदगी बर्बाद हो रही है। उन्होंने दुख जताते हुए कहा, “भाजपा सरकार के तहत मौजूदा व्यवस्था चुपचाप और लगातार किसानों की हत्या कर रही है।”






