खेल डेस्क
भारत ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराकर खिताब अपने नाम किया। दुबई में खेले गए इस मुकाबले में न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 7 विकेट खोकर 251 रन बनाए। जवाब में भारत ने 49 ओवर में 6 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। इस जीत के साथ रविवार रात भारत के अधिकांश शहरों में होली से पहले दिवाली जैसा जश्न दिखा। लोगों ने आतिशबाजी करके खुशी जाहिर की। लखनऊ, आगरा समेत यूपी के तमाम शहरों में देर रात तक पटाखे जलाए गए।
रोहित व अय्यर की शानदार पारियां, न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराया
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा (76 रन, 83 गेंद) ने शुभमन गिल (31) के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 105 रन की साझेदारी की। हालांकि, गिल 19वें ओवर में सैंटनर की गेंद पर आउट हो गए। विराट कोहली सिर्फ 1 रन बनाकर जल्दी पवेलियन लौट गए। इसके बाद श्रेयस अय्यर (48 रन) और केएल राहुल (नाबाद 34 रन) ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। रोहित शर्मा 76 रन की शानदार पारी खेलने के बाद रचिन रविंद्र की गेंद पर स्टंप आउट हो गए। अंत में केएल राहुल नाबाद रहे और भारत को जीत दिलाकर पवेलियन लौटे।
भारतीय गेंदबाजों का शानदार प्रदर्शन
भारतीय स्पिनर्स ने न्यूजीलैंड को बड़े स्कोर तक पहुंचने से रोक दिया। कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती ने 2-2 विकेट लिए, जबकि मोहम्मद शमी और रवींद्र जडेजा ने 1-1 विकेट झटके। कुलदीप यादव ने 10 ओवर में 40 रन देकर दो अहम विकेट लिए।
न्यूजीलैंड की पारी का हाल
न्यूजीलैंड के लिए डेरेल मिचेल ने 63 रन, जबकि माइकल ब्रेसवेल ने 40 गेंद में नाबाद 53 रन बनाए। रचिन रविंद्र ने 39 रन की तेज़ शुरुआत दी, लेकिन कुलदीप यादव ने उन्हें बोल्ड कर दिया। कप्तान केन विलियमसन भी ज्यादा देर टिक नहीं पाए और 13वें ओवर में कुलदीप यादव का शिकार बने। वरुण चक्रवर्ती ने विल यंग को एलबीडब्ल्यू आउट कर न्यूजीलैंड को पहला झटका दिया। इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने लगातार दबाव बनाए रखा और कीवी टीम को 251 रनों पर रोक दिया।
भारत ने अपराजित रहते हुए जीती ट्रॉफी
भारत ने पूरे टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं हारा। ग्रुप स्टेज में भारत ने न्यूजीलैंड को 44 रनों से हराया था। सेमीफाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर फाइनल में जगह बनाई, जबकि न्यूजीलैंड ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर फाइनल में एंट्री की थी। इस जीत के साथ भारत ने तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता। इससे पहले भारत ने 2002 (श्रीलंका के साथ संयुक्त विजेता) और 2013 में यह खिताब जीता था।