
अनमोल शर्मा
मेरठ, 24 अप्रैल 2025:
मेरठ के देहलीगेट थाने में तैनात इंस्पेक्टर रमेश चंद्र शर्मा के बेटे अभिनव शर्मा ने देश की सबसे कठिन मानी जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा (UPSC) में शानदार सफलता हासिल की है। अभिनव ने ऑल इंडिया 130वीं रैंक प्राप्त की है, जिससे उन्हें भारतीय पुलिस सेवा (IPS) मिलने की पूरी संभावना है। खास बात यह है कि उन्होंने यह उपलब्धि बिना किसी कोचिंग के, केवल सेल्फ स्टडी के दम पर हासिल की है।
अभिनव मूल रूप से बदायूं जनपद के दातागंज तहसील के पडेली गांव के निवासी हैं। उनका परिवार वर्तमान में बरेली में रह रहा है। अभिनव के पिता रमेश चंद्र शर्मा पुलिस विभाग में निरीक्षक हैं, जबकि उनकी माता शालिनी शर्मा गृहिणी हैं। उनके बड़े भाई अभिषेक शर्मा बरेली में डॉक्टर हैं। अभिनव के दादा खूबराम शर्मा प्रधानाध्यापक रह चुके हैं।
आईआईटी से सिविल इंजीनियरिंग में किया था बीटेक
अभिनव ने 2020 में आईआईटी पटना से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक किया। उनकी स्कूली शिक्षा मुरादाबाद के पीएमएस इंटर कॉलेज से हुई। उन्होंने 2021 में यूपीएससी की तैयारी शुरू की। पहले प्रयास में प्रीलिम्स भी पास नहीं कर सके। दूसरे प्रयास में साक्षात्कार तक पहुंचे, लेकिन चयन नहीं हो पाया। 2023 के तीसरे प्रयास में चयन तो हुआ, पर रैंक कम होने के कारण उन्हें इंडियन पोस्टल सर्विस मिली। आखिरकार 2024 के चौथे प्रयास में उन्होंने 130वीं रैंक हासिल कर अपनी मेहनत का फल पाया।
वर्दी पहनने का सपना हुआ साकार
अभिनव ने बताया कि उन्होंने अपनी पहली पसंद में आईपीएस को चुना है, क्योंकि वे अपने पिता की तरह वर्दी पहनकर देश सेवा करना चाहते हैं। उनका मानना है कि यूपीएससी जैसी परीक्षा में निरंतर मेहनत, आत्मविश्वास और संयम सफलता की कुंजी हैं।
अभिनव का संदेश: हार मानना नहीं, लगातार प्रयास करते रहो
अपने अनुभव साझा करते हुए उन्होंने कहा, “असफलता से घबराना नहीं चाहिए, बल्कि उसे चुनौती मानकर लगातार प्रयास करते रहना चाहिए। अगर इरादे मजबूत हों, तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं होती।” अभिनव हिंदी साहित्य में रुचि रखते हैं और सोशल मीडिया से दूरी बनाकर पढ़ाई को प्राथमिकता देते हैं।
बेटे की सफलता पर पिता का गर्व
बेटे की इस कामयाबी पर इंस्पेक्टर रमेश चंद्र शर्मा ने कहा, “मुझे हमेशा विश्वास था कि अभिनव मेहनत और लगन से एक दिन जरूर सफल होगा। आज उसका सपना साकार होते देखकर गर्व महसूस हो रहा है।”