
श्रीनगर, 21 जुलाई 2025
एक बार फिर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा, कि “जम्मू एवं कश्मीर को जल्द से जल्द राज्य का दर्जा दिया जाना चाहिए। यह हमारा अधिकार है। इसे हासिल करने के लिए कानूनी कार्रवाई सहित सभी अन्य विकल्पों पर विचार किया जा रहा है।” हाल ही में समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए एक साक्षात्कार में बोलते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा, “हमने संसद और सुप्रीम कोर्ट में कई बार वादा किया है कि हम राज्य का दर्जा देंगे।
हालाँकि, यह अभी तक नहीं हुआ है। हम ऐसी कोई चीज़ नहीं माँग रहे हैं जो काम न करे। राज्य का दर्जा हमारा अधिकार है। यहाँ के लोगों से भी वादा किया गया था कि यह दिया जाएगा।” उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और अन्य लोगों के साथ मेरी चर्चा निजी थी। इसे सार्वजनिक नहीं किया जाना चाहिए। हालाँकि, कई मौकों पर राज्य का दर्जा देने के लिए दबाव डाला गया है। हम इसके लिए दबाव बनाते रहेंगे।”
केंद्र शासित प्रदेश बनने पर बढ़े आतंकवादी हमले :
सीएम उमर अब्दुल्ला ने दावा किया, “जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने के बाद ही आतंकी हमले बढ़े हैं। जब यहाँ निर्वाचित सरकार थी, तब इतने हमले कभी नहीं हुए।” सुरक्षा के मामले में निर्वाचित सरकार के अक्षम होने के तर्क को खारिज करते हुए उन्होंने पूछा, “हमने पहले भी ऐसे मामलों में अच्छा काम किया है।
हम भविष्य में भी ऐसा ही करेंगे। अगर केंद्र शासित प्रदेश इतनी ‘अच्छी’ व्यवस्था है, तो इसके लिए ज़मीन का एक छोटा सा हिस्सा ही क्यों चुना जाता है?” उन्होंने मांग की, “अगर यह व्यवस्था इतनी अच्छी है तो इसे उत्तर प्रदेश में भी लागू किया जाना चाहिए। महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और पूर्वोत्तर राज्यों को भी केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया जाना चाहिए।”
पहलगाम हमले में कही बड़ी बात :
पहलगाम हमले में बात करते हुए सीएम अब्दुल्ला ने कहा, “यह स्वागत योग्य है कि उपराज्यपाल ने कहा है कि पहलगाम हमले के लिए मैं ज़िम्मेदार हूँ। हम सभी जानते हैं कि यह हमला सुरक्षा और ख़ुफ़िया तंत्र की नाकामी के कारण हुआ। अब हमारा अगला कदम यह तय करना है कि इसके लिए कौन ज़िम्मेदार है।”
उमर ने इस तर्क को खारिज कर दिया कि अगर आतंकवाद पर लगाम लगानी है तो जम्मू-कश्मीर को दिया गया राज्य का दर्जा वापस ले लिया जाना चाहिए। उन्होंने पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले का ज़िक्र किया।
उन्होंने कहा, “भाजपा ने यह कहानी गढ़ने के लिए कड़ी मेहनत की है कि यहां हो रही आतंकवादी गतिविधियां संविधान के अनुच्छेद 370 के तहत हमें दिए गए राज्य के दर्जे को खत्म करने का कारण हैं। हम जानते हैं कि यह झूठ है। यहां हो रही आतंकवादी गतिविधियों का कारण पाकिस्तान की दुर्भावना है। राज्य का दर्जा खत्म किए जाने के कारण यहां आतंकवादी गतिविधियां बंद नहीं हुई हैं।”






