श्रीनगर, 15 अगस्त 2025
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ ज़िले के चोसिटी गाँव में भीषण बादल फटने से कम से कम 60 लोगों की मौत हो गई है और 100 से ज़्यादा घायल हुए हैं। मलबे और कीचड़ में फंसे दर्जनों लोगों को निकालने के लिए बड़े पैमाने पर बचाव अभियान जारी है।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि बादल फटने से अब तक 60 लोगों की मौत हो चुकी है, 100 से ज़्यादा घायल हैं और कई लोग लापता हैं। उन्होंने कहा कि हमें लापता लोगों की सही संख्या नहीं पता है।
घायलों को विशेष उपचार के लिए विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। 35 घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है। अधिकारी ने बताया कि मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। अब 69 लोग लापता हैं। अधिकारी ने बताया कि उनके परिजनों ने उनसे संपर्क कर उनके लापता होने की सूचना दी है।
अधिकारी ने बताया कि एसडीआरएफ, पुलिस, नागरिक प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें बचाव अभियान चला रही हैं। स्थानीय स्वयंसेवक और निवासी भी बचाव अभियान में मदद कर रहे हैं।
तीर्थयात्रियों को चोसिटि गाँव से मंदिर तक, जो 9,500 फीट की ऊँचाई पर स्थित है, सड़क मार्ग से 8.5 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। मंदिर दो गाँवों से आगे स्थित है और श्रद्धालुओं को चोसिटि से होकर गुजरना पड़ता है। एक स्वयंसेवक ने बताया कि जब बादल फटा और अचानक बाढ़ और भूस्खलन हुआ, उस समय बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल पर मौजूद थे।
किश्तवाड़ की डीडीसी अध्यक्ष पूजा ठाकुर ने कहा, “उस इलाके में एक पार्किंग स्थल और एक लंगर (सामुदायिक रसोई) था। इसके अलावा, उस इलाके में एक अर्धसैनिक शिविर भी था। स्थानीय लोगों ने यात्रा के मद्देनजर दुकानें भी लगाई थीं।”